बिहार में प्रचंड गर्मी से फिलहाल नहीं मिलेगी राहत, हीट वेब का प्रकोप रहेगा जारी

बिहार में प्रचंड गर्मी से फिलहाल नहीं मिलेगी राहत, हीट वेब का प्रकोप रहेगा जारी

PATNA : बिहार में प्रचंड गर्मी का सिलसिला जारी है और इसमें फिलहाल किसी राहत की उम्मीद नहीं है। दक्षिण बिहार के कई जिलों में आज भी प्रचंड गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग की तरफ से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक शायद ही किसी जिले में पारा 39 डिग्री सेल्सियस से कम रहे। रविवार को भी गर्मी ने एक बार फिर से पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। बक्सर में पारा 47 डिग्री के आसपास से जा पहुंचा। बक्सर में गर्मी का नया रिकॉर्ड बना है, यहां रविवार को अधिकतम तापमान 46.7 डिग्री दर्ज किया गया। बिहार के कई जिलों में लगातार हीट वेब का प्रकोप जारी है। 


बिहार के 14 जिलों में रविवार का दिन इस सीजन का सबसे गर्म रहा। रविवार की दोपहर तेज पछुआ और प्रचंड लू की वजह से पटना, गया, भागलपुर, बक्सर, बांका, जमुई, शेखपुरा, औरंगाबाद, नवादा, नालंदा बेगूसराय, पश्चिमी और पूर्वी चंपारण में अधिकतम तापमान इस साल में सबसे अधिक देखा गया। बक्सर में अधिकतम तापमान ने बिहार के किसी भी शहर के अबतक के सार्वकालिक रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। बक्सर का अधिकतम तापमान 46.7 डिग्री दर्ज किया गया। बांका और शेखपुरा राज्य में दूसरा सबसे गर्म शहर रहे, जहां अधिकतम तापमान 44 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। कुल मिलाकर राज्य के 20 जिले ऐसे रहे जहां अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार चला गया। पटना सहित 14 जिलों में रविवार को हीट वेव की स्थिति रही। 


रविवार को पटना इस सीजन में सबसे ज्यादा गर्म रहा। पटना का अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा गया का अधिकतम तापमान 42.9 डिग्री, औरंगाबाद का 42.9 डिग्री, भोजपुर का 43 डिग्री जमुई का 43.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक बलूचिस्तान और अफगानिस्तान से राजस्थान को होकर मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश होते हुए आ रही गर्म पछुआ हवा बिहार के दक्षिण भाग को विशेष रूप से प्रभावित कर रही है। इस वजह से दक्षिण बिहार के अधिकतर जिले प्रचंड ताप से गुजर रहे हैं। गया में पछुआ की रफ्तार 20 से 22 किमी प्रतिघंटे तक रह रही है। पटना में भी हवा की रफ्तार कमोबेश ऐसी ही है। इससे पहले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से शनिवार को मौसम में आंशिक नरमी आई थी और अधिकतम तापमान दशमलव अंकों में गिरा था, लेकिन रविवार को विक्षोभ का प्रभाव कम होते ही पछुआ फिर से हावी हो गई और अधिकतर शहरों में पारा ऊपर चढ़ा है।