बिहार में फैली हिंसा को लेकर अमित शाह ने की राज्यपाल से बातचीत, नियंत्रण को लें पहले अधिक CPRF जवान की होगी तैनाती

बिहार में फैली हिंसा को लेकर अमित शाह ने की राज्यपाल से बातचीत, नियंत्रण को लें पहले अधिक CPRF जवान  की होगी  तैनाती

PATNA : रामनवमी के दौरान भड़की हिंसा की आग में बिहार अभी तक दहक रहा है। सासाराम और बिहार शरीफ में फिर से भड़की हिंसा में 9 लोगों के घायल होने की खबर है। इनमें से कुछ लोगों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। शनिवार रात सासाराम के शेरगंज इलाके में एक धार्मिक स्थल के बाहर बम फेंका गया तो वहीं नालंदा में भी गोलीबारी और बमबाजी की घटना को अंजाम दिया है। जिसमें एक की मौत हो गई है। इस बीच बिहार में फैली हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री ने बिहार के राज्यपाल से बातचीत की है। 


दरअसल, केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर हैं वो शनिवार को ही पटना पहुंच चुके हैं। उनका बिहार में दो जगह कार्यक्रम तय था लेकिन सासाराम से हुई हिंसा के बाद यहां का दौरा रद्द कर दिया गया और उसके बाद अब इस पुरे मामले को लेकर अमित शाह ने  बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनथ आर्लेकर से बातचीत की है। इस दौरान अमित शाह ने कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर बातचीत की है। इस पुरे मामले को लेकर केंद्र सरकार ने भी एक्शन लेते हुए बिहार में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी। 


मालूम हो कि,  केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बिहार दौरा सुर्खियों में है। सासाराम में भड़की हिंसा के बाद सम्राट अशोक की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा। उसके बाद आज यानि 2 अप्रैल को ही सासाराम और पटना में एसएसपी परिसर में आयोजित 11:30 बजे का कार्यक्रम को अंतिम क्षणों में रद्द कर दिया गया।  इस कार्यक्रम के तहत भारत सरकार द्वारा सशस्त्र सीमा बल सीमांत पटना के भवन निर्माण के लिए भूमि पूजन और 9 नवनिर्मित प्रतिष्ठानों का लोकार्पण किया जाना था।  लेकिन अब ये कार्यक्रम भी रद्द कर दिया गया। इसके आलावा उनका बिहार भाजपा प्रदेश कार्यालय में तय कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। 


आपको बताते चलें कि, सासाराम और बिहारशरीफ में माहौल बिगड़े तो प्रशासन ने भी सख्ती बढ़ा दी। धारा 144 लागू है।  प्रशासन की ओर से यहां इंटरनेट की सेवा भी बंद कर दी गयी है। वहीं लोगों से अपील की गयी है कि वो अपने-अपने घरों में ही रहें और किसी तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर रखी जा रही है। वहीं एसपी और डीएम खुद दलबल के साथ कैंप कर रहे हैं।