बिहार में एक दिन में 4 पुल गिरे, डबल इंजन की सरकार पर तेजस्वी ने कसा तंज

बिहार में एक दिन में 4 पुल गिरे, डबल इंजन की सरकार पर तेजस्वी ने कसा तंज

PATNA: बिहार में पुलों के ढहने का सिलसिला जारी है। बिहार में आज एक दिन में 4 पुल गिर गये। अकेले सीवान जिले में एक दिन में 3 पुल ढह गए। जिसके कारण गंडक और धमही नदी के किनारों के कई गांवों का संपर्क टूट गया है। वही महाराजगंज प्रखंड में पुल-पुलिया भी ध्वस्त होने लगे हैं। जिससे आम जनजीवन पर खासा असर पड़ रहा है। आए दिन बिहार में पुल के गिरने को लेकर बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने डबल इंजन की सरकार पर तंज कसा है।


तेजस्वी यादव ने बिहार की एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि और बिहार में आज का चौथा पुल गिरा। सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर उन्होंने लिखा कि (𝐀𝐧𝐝 𝐭𝐨𝐝𝐚𝐲'𝐬 𝐟𝐨𝐮𝐫𝐭𝐡 𝐛𝐫𝐢𝐝𝐠𝐞 𝐜𝐨𝐥𝐥𝐚𝐩𝐬𝐞𝐝 𝐢𝐧 𝐁𝐢𝐡𝐚𝐫) बीजेपी और नीतीश कुमार की #बिहार में 𝟏𝟖 वर्षों की रिकॉर्ड तोड़ ईमानदारी से तंग आकर 𝟏𝟓 दिन में अभी समाचार लिखे जाने तक कुल 𝟏𝟎 पुलों ने पानी में कूदकर आत्महत्या कर ली। #Bihar #Corruption


इससे पहले तेजस्वी यादव ने लिखा कि आज बिहार में एक ही दिन में 𝟑 पुल और गिरे। सुशासनी नेकचलनी के सौजन्य से विगत 𝟏𝟓 दिन में बिहार में कुल 𝟗 पुल जल समाधि ले चुके है। डबल इंजन सरकार अब इसका दोष भी विपक्ष को देकर अपने कर्तव्यों, सुशीलता से परिपूर्ण वसूली तंत्र एवं डबल इंजन पॉवर्ड भ्रष्टाचार का इतिश्री कर सकती है।


दरअसल, सारण के जनता बाजार में वर्ष 2010-11 में बना एक पुल धराशयी हो गया है हालांकि गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। बारिश के गंडक नदी में बढ़े जलस्तर का दबाव यह पुल नहीं झेल सका। पुल जनता बाजार (लहलादपुर प्रखंड) के ऐतिहासिक ढोंढ़ स्थान मंदिर के उत्तर दिशा में गंडक नदी के अप्रोच पर स्थित है।


घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं औऱ छानबीन शुरू कर दी है। पानी की धार में धराशायी हुआ पुल बह गया है और करीब 10 से अधिक गांवों का संपर्क भंग हो गया है। इससे पहले सीवान में दो पुलों के ध्वस्त होने की खबर आई। महाराजगंज के देवरिया में गंडकी नदी पर बना पुल धंस गया जबकि दूसरा पुल नवतन में ध्वस्त होने की खबर है।


बता दें कि बीते 18 जून को अररिया में बकरा नदी पर निर्माणाधीन पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया था। पुल का एक हिस्सा नदी में समा गया और उसके तीन पाये पानी में बह गए थे, इसके बाद बिहार में जो सिलसिला शुरू हुआ वह अभी भी जारी है और लगता है कि जैसे बिहार में पुल गिरना आम बात हो गई है। लगातार पुलों के गिरने की घटना को लेकर सियासत भी खूब हो रही है। पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है।