बिहार में छात्र संघ अध्यक्ष के बदले दूसरी लड़की दे रही थी परीक्षा, जांच में पकड़ी गयी लेकिन प्रिंसिपल ने मामले को रफा-दफा किया

बिहार में छात्र संघ अध्यक्ष के बदले दूसरी लड़की दे रही थी परीक्षा, जांच में पकड़ी गयी लेकिन प्रिंसिपल ने मामले को रफा-दफा किया

BEGUSARAI: बिहार के ललित नारायण मिश्र मिथिला यूनिवर्सिटी की पीजी परीक्षा के दौरान एक छात्र नेत्री करतूत सामने आयी. एक कॉलेज छात्र संघ की अध्यक्ष अपने बदले किसी दूसरी लड़की से परीक्षा दिलवा रही थी. इसकी खबर दूसरे संगठन के नेताओं को हुई प्रिंसिपल से शिकायत की गयी. प्रिंसिपल ने दूसरी लड़की को परीक्षा देते हुए रंगे हाथों पकड़ा. लेकिन उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई किये बगैर उसे परीक्षा केंद्र से भगा दिया. 


मामला बेगूसराय का है. बेगूसराय के श्रीकृष्ण महिला कॉलेज में पीजी की परीक्षा ली जा रही है. यहां बेगूसराय के ही जीडी कॉलेज के स्टूडेंट के पीजी सेमस्टर 2 की परीक्षा ली जा रही है. इसी परीक्षा में छात्र नेत्री की करतूत सामने आयी. लेकिन अब परीक्षा केंद्र बनाये गये कॉलेज के प्रिंसिपल पर मामले को रफा दफा करने का आरोप लग रहा है.  अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रिंसिपल को भ्रष्टाचारी और भ्रष्टाचार का संरक्षक बताते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. 


छात्र नेत्री का कारनामा 

दूसरी लड़की से परीक्षा दिलवाने का कारनामा अप्सरा कुमारी नाम की छात्र नेत्री ने किया है. पिछले छात्रसंघ चुनाव में वह श्री कृष्ण महिला कॉलेज छात्र संघ की अध्यक्ष चुनी गयी थी. फिलहाल वह बेगूसराय के जीडी कॉलेज से पीजी कर रही हैं. जीडी कॉलेज के पीजी सेमेस्टर 2 की परीक्षा का सेंटर इस बार उसी महिला कॉलेज में पड़ा है, जहां अप्सरा कुमारी छात्र संघ अध्यक्ष थी. उसने अपने रूतबे का उपयोग करते हुए अपने बदले दूसरी छात्रा को परीक्षा में बिठा दिया. अप्सरा कुमारी ने परीक्षा देने गयी छात्रा को कहा था कि उसे कोई परेशानी नहीं होगी. 


प्रिंसिपल की करतूत

पीजी सेमेस्टर 2 की परीक्षा पिछले पांच दिन से चल रही है. हर दिन अप्सरा कुमारी के बदले दूसरी छात्रा परीक्षा दे रही थी. इसकी खबर दूसरे छात्र संगठनों के नेताओं को मिली तो उन्होंने परीक्षा केंद्र के प्रिंसिपल से शिकायत की. सोमवार को प्रिंसिपल डॉ विमल कुमार परीक्षा कक्ष में पहुंचे और अप्सरा कुमारी के नाम पर परीक्षा दे रही छात्रा का एडमिट कार्ड और दूसरे कागजातों की छानबीन की. इसमें फर्जीवाड़ा पकड़ में आ गया. लेकिन प्रिंसिपल ने मामला को रफा-दफा करते हुए फर्जी परीक्षार्थी को वहां से भगा दिया. बाद में कॉपी पर अनुपस्थित लिखकर कागजी कार्रवाई पूरी कर ली.


प्रिंसिपल विमल कुमार ने मीडिया से बात करते हुए स्वीकारा की अप्सरा कुमारी के नाम पर दूसरी छात्रा परीक्षा दे रही थी. उन्होंने कहा कि परीक्षा दे रही छात्रा को डांट पिलाकर छोड़ दिया गया. और अप्सरा कुमारी को परीक्षा से अनुपस्थित करार दिया गया. हालांकि कानूनी नियमों के मुताबिक फर्जी परीक्षार्थी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया जाना चाहिये. इसके साथ ही वह जिसके नाम पर परीक्षा दे रही थी उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिये. लेकिन प्रिंसिपल ने फर्जी परीक्षार्थी को ही सारे कागजातों के साथ वहां से भगा दिया.