PATNA: गुरुग्राम में खुले में नमाज़ पढ़ने को लेकर पिछले कई महीनों से विवाद चल रहा है. कई हिंदूवादी संगठन इसका विरोध कर रहे हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी इसका विरोध किया है. इधर बिहार में भी भाजपा के विधायक हरिभूषण ठाकुर ने भी खुले में नमाज पढ़ने पर रोक लगाने की मांग कर दी है. इस मामले पर जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा गया तो वह भड़क गये.
सोमवार को पटना में जनता दरबार कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री पत्रकारों से बात करते हुए एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि कहीं कोई पूजा करता है, कहीं कोई गाता है सबका अपना-अपना विचार है. मुख्यमंत्री ने कहा, इन सब बातों का कोई मतलब नहीं है. इन सब चीजों में हम ऐसा मानकर चलते हैं कि सबको अपने ढंग से करना चाहिए.
उन्होंने कहा कि कोरोना गाइडलाइन के दौरान कोई बाहर नहीं जा रहा था. सभी लोग हमारे लिए एक समान हैं. इन सभी विषयों पर चर्चा का कोई मतलब नहीं है. सभी लोग अपने ढंग से चलते हैं, इन सब चीजों को मुद्दा बनाना ठीक नहीं. हमलोगों के लिए इसका कोई मतलब नहीं है.
उल्लेखनीय है कि भाजपा के विधायक हरिभूषण ठाकुर ने पिछले दिनों हरियाणा की तर्ज पर बिहार में भी खुले में नमाज पढ़ने पर रोक लगाने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि खुले में नमाज पढ़ने का कोई मतलब नहीं है.