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1st Bihar Published by: Updated Tue, 27 Apr 2021 05:22:15 PM IST
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PATNA : बिहार में कोरोना महामारी बड़ी तेजी से फ़ैल रही है. राजधानी पटना समेत राज्य के कई जिलों में कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद बढ़ती ही जा रही है. अस्पतालों में बीएड और ऑक्सीजन की भारी किल्लत है. बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी बेड और ऑक्सीजन के लिए गुहार लगा रहे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है.
मंगलवार को तेजस्वी यादव ने एक के बाद एक कई ट्वीट किये और उन्होंने सरकारी व्यवस्था पर सवाल खड़े किये. इस दौरान तेजस्वी ने एक इमोशनल ट्वीट भी किया है. तेजस्वी ने लिखा कि "इतना असहाय, असमर्थ कभी अनुभव नहीं किया। एक इंसान होने के नाते चाहकर भी गुहार लगा रहे, मदद माँग रहे, तड़प रहे सभी ज़रूरतमंदो की मदद नहीं कर पा रहा। अस्पतालों में फोन लगवाओ तो जवाब आता है- "कुछ नहीं कर सकते सर! बेड नहीं है। इंजेक्शन नहीं है, ऑक्सीजन नहीं है। कैसे मदद करें?"
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आगे ट्वीट कर लिखा कि "अधिकारियों को फोन लगवाओ तो फोन बजते रह जाता है। कोई उठाता नहीं है। अधिकारी या तो CM की भी सुन नहीं रहे या मुख्यमंत्री को व्यवस्था दुरुस्त करने में कोई रुचि ही नहीं? कोई ऐसी dedicated हेल्पलाइन नहीं है जहाँ लोग फोन कर Real Time बेड,ऑक्सीजन या दवाओं की उपलब्धता की जानकारी ले पाएँ। नागरिकों के लिए एक तरफ बेपरवाह व भ्रष्ट सरकारी व्यवस्था का अंधा कुआं है तो दूसरी तरफ काला बाज़ारी, मुनाफाखोरी और आँकड़ों की हेरा-फेरी। भ्रष्ट सरकार धृतराष्ट्र की तरह हाथ पर हाथ धरे बैठी है। लोगों को मरते छोड़ सरकार बस Headline Management व मौत के आँकड़ों को कम करने में लगी है।"
एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा कि "हमारी पार्टी और कार्यकर्ता लोगों की मदद कर रहे है लेकिन एक सीमा के बाद ऑक्सिजन नहीं मिल पाती, अस्पतालों में बेड नहीं मिल पाते। हम सीमित संसाधनों के साथ लोगों की मदद करने के लिए आगे बढ़ते हैं तो हाथ ऊपर कर चुकी सरकार और उसकी भ्रष्ट सरकारी व्यवस्था दीवार बनकर रास्ता रोक देती है। हमने सर्वदलीय बैठक में सरकार को इस महामारी से निपटने के लिए 30 सकारात्मक सुझाव दिए थे पर एक पर भी अहंकारी सरकार ने अमल नहीं किया। नीतीश सरकार की आम लोगों की तकलीफ दूर करने की कोई मंशा ही नहीं है। सरकार बस विज्ञापन देकर और आँकड़ों को कम कर धूल झोंकने के फ़िराक में है।"
आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर से बचाव के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार के लोगों के लिए खुला खत भी लिख चुके हैं. खत में वह बिहार के लोगों से हिम्मत और हौसला रखने की अपील कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि संकट की इस घड़ी में सही फैसले से ही हम खुद को सुरक्षित रख पाएंगे. संक्रमित होने के बाद उपचार कराने से बेहतर है हम संक्रमित ना होने के उपायों पर ध्यान दें. सहयोग, सक्रियता, साहस, सतर्कता और जागरूकता के साथ इस खतरे का सामना करना है.