बिहार में बारिश के लिए इबादत, ईदगाह में मुसलमानों ने पढ़ी नमाज-ए-इस्तिस्का, सजदे में सिर को झुकाया

बिहार में बारिश के लिए इबादत, ईदगाह में मुसलमानों ने पढ़ी नमाज-ए-इस्तिस्का, सजदे में सिर को झुकाया

SITAMARHI: बिहार में अभी बारिश का समय है लेकिन बारिश नहीं होने से खेतों में लगी फसल जल रही हैं। भीषण गर्मी के कारण हजारों चापाकल सूख गए हैं जिससे पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गयी है। बारिश नहीं होने के कारण रोपणी का काम भी नहीं हो पा रहा है जिससे किसान खासे परेशान हैं। बारिश के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग अल्लाह की इबादत कर रहे हैं। 


रविवार को बिहार के सीतामढ़ी में मुस्लिम धर्मावलंबियों ने नमाज-ए-इस्तिस्का पढ़ी। जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए। नमाज अदा करने के दौरान लोगों ने सजदे में सिर को झुकाया और बारिश के लिए अल्लाह से दुआएं मांगी।


बिहार में बारिश कम होने के कारण मुस्लिम समुदाय के लोगों ने 2 रकात नमाज अदा की। सीतामढ़ी के बैरगनिया भकुरहर ईदगाह में नमाज बढ़ी गयी और सूबे में बारिश हो इसके लिए अल्लाह से दुआए मांगी गयी। बता दें कि बारिश नहीं होने से खेतों में लगी फसलें जल रहे हैं वही भीषण गर्मी के कारण जिलेभर के हजारों चापाकल सूख गए हैं जिससे जल संकट उत्पन्न हो गया है। 


इस समस्या से निजात दिलाने के लिए मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोगों ने इकट्ठा होकर नमाज अदा की। इस्लाम के मुताबिक यह नमाज तब पढ़ी जाती है जब धरती पर इंसानों के लिए कोई आफत आती है। जैसे जमीन का बंजर हो जाना, अकाल आ जाना, ज्यादा सैलाब आ जाना, भूकंप आना, बारिश ना होना। इन सभी को दूर करने के लिए यह नमाज अदा की जाती है। सीतामढ़ी में नमाज के दौरान लोगो ने बारिश होने और किसानों की परेशानी दूर करने की दुआ अल्लाह से की। इस दौरान ईदगाह में बच्चे से लेकर बुढे तक इबादत करने के लिए पहुंचे थे।