बिहार में बद से बदतर हुए कोरोना के हालात, पिछले 5 दिनों में 84 पॉजिटिव मामलों से दहशत

बिहार में बद से बदतर हुए कोरोना के हालात, पिछले 5 दिनों में 84 पॉजिटिव मामलों से दहशत

PATNA : बिहार में कोरोना वायरस का संक्रमण अपनी फुल स्पीड के साथ आगे बढ़ा है. सूबे में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. पिछले 5 दिनों के अंदर कोरोना वायरस राज्य सरकार के नियंत्रण से बाहर होता दिख रहा है. लॉक डाउन में मिली राहत पर अब सवाल उठना लाजमी है, क्योंकि संक्रमण का दायरा बहुत बड़ा हो गया है. ग्रीन जोन में चल रहे कई जिले अब रेड जोन में बदलते जा रहे हैं.


5 दिन में 84 मामले
बिहार में पिछले 5 दिनों के अंदर हालात कैसे बिगड़े फर्स्ट बिहार आपको आंकड़ों के जरिए बता रहा है. बिहार में आज से 5 दिन पहले यानी 19 अप्रैल को 10 में पॉजिटिव के आए थे, 20 अप्रैल को 17 नए मामले सामने आए,  21 अप्रैल को बिहार में 13 संक्रमण के मामले सामने आए, 22 अप्रैल को यह आंकड़ा बढ़कर 17 हो गया और आज यानी 23 अप्रैल को 27 नए पॉजिटिव के सामने आ चुके हैं. बिहार में पिछले 5 दिनों के अंदर 84 कोरोना पॉजिटिव केस आए हैं, जो इस बात का संकेत है कि लॉक डाउन में राहत अभ्यास के लिए खतरनाक साबित हो रहा है.


क्या बिहार में जारी रहेगी छूट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 अप्रैल से लॉक डाउन में छूट का ऐलान किया था, लेकिन उस वक्त भी उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि जिन इलाकों में कोरोना संक्रमण के हालात बिगड़ेंगे, वहां भी रियायतें खत्म कर दी जाएंगी. अब ऐसे में बिहार सरकार को फैसला लेना है कि वह लॉक डाउन में छूट जारी रखेगी या फिर एक बार फिर से सख्ती बरती जाएगी.


बिहार में बढ़ी बेचैनी
कोरोना महामारी के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहन समीक्षा बैठक की. इस जानलेवा वायरस के संक्रमण के कारण उतपन्न स्थिति का जायजा लेते हुए सीएम ने तमाम बड़े निर्देश दिए. इस बैठक में मुख्य सचिव ने पिछले 24 घंटे में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की स्थिति और कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए उठाये जा रहे क़दमों के संबंध की जानकारी दी. इस बैठक में सीएम ने कहा कि कोरोना संक्रमितों की पहचान करने के लिए पल्स पोलियो अभियान के तहत डोर टू डोर स्क्रीनिंग की जा रही है.


एक मरीज कई लोगों को कर सकता है पॉजिटिव
मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमित मरीजों की चेन और कॉन्टेक्ट्स तेजी से चिन्हित करते हुए फौरन टेस्टिंग कराई जाये ताकि कोरोना की चेन को तोड़ा जा सके. इस काम में बिलकुल भी देरी न हो. क्योंकि एक संक्रमित मरीज कई लोगों को संक्रमित कर सकता है. बिहार में अधिकांश मामले इसी तरह के हैं, इसलिए हर किसी को इसके प्रति जागरूक किया जाये.


बिहार में ठीक हुए 2 और मरीज
बिहार में 4 दिनों के बाद कोरोना से इनफेक्टेड दो मरीज स्वस्थ हुए हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी ताजा अपडेट के मुताबिक 2 मरीजों के ठीक होने की पुष्टि की गई है. सरकार की तरफ से यह जानकारी दी गई है कि पिछले 24 घंटे के अंदर कोरोना के कुल 807 सैंपल की जांच कराई गई और कुल 19 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं. बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा अब तक 162 पहुंच चुका है. 2 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 44 लोग कोरोना  के इंफेक्शन से ठीक हो चुके हैं. राज्य में अभी भी 116 एक्टिव के हैं. नालंदा और मुंगेर जिले में सबसे ज्यादा 31-31 मामले हैं, हालांकि नालंदा में केवल 3 मरीज ठीक हुए हैं, जबकि 28 एक्टिव केस वहां मौजूद हैं. मुंगेर में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, 6 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. लिहाजा इस जिले में अभी 24 एक्टिव केस हैं.


65 लाख 61 हजार घरों का हुआ सर्वे
बिहार में अब तक कुल 13785 सैंपल की जांच कराई जा चुकी है. राज्य के अंदर अभी भी 768 लोग क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए हैं, जबकि आइसोलेशन सेंटर में रखे गए मरीजों की संख्या 104 है. 65 लाख 61 हजार घरों का सर्वे कराया जा चुका है, बिहार में अब तक 2254 ऐसे लोगों की पहचान की गई है, जिन्हें सर्दी, खासी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ है. इन 2254 लोगों में से 1804 सैंपल भी लिया जा चुका है.