PATNA : बिहार में सियासी उलटफेर होने की औपचारिक पुष्टि हो गयी है. अब तक सिर्फ कयास लगाये जा रहे थे कि बीजेपी और नीतीश कुमार क्या करने जा रहे हैं. लेकिन अब खबर पक्की होने पर मुहर लग गयी है. बीजेपी ने अपनी पुरानी सहयोगी पार्टियों को बता दिया है कि नीतीश कुमार से समझौता होने जा रहा है. बीजेपी ने पुराने सहयोगियों को ये भरोसा दिलाया है कि वे घबरायें नहीं, उनका नुकसान नहीं होने दिया जायेगा.
चिराग पासवान को दी गयी जानकारी
25 जनवरी की सुबह से जब ये खबर फैलनी शुरू हुई कि नीतीश कुमार फिर से पाला बदल सकते हैं तो चिराग पासवान की पार्टी में बेचैनी फैली. दरअसल चिराग पासवान और उनके समर्थक मानते हैं कि नीतीश कुमार के कारण ही 2020 में चिराग को एऩडीए छोड़ना पड़ा था और फिर बाद में नीतीश के कारण ही उनकी पार्टी टूटी. चिराग पासवान आनन फानन में गुरूवार की शाम दिल्ली से पटना पहुंचे. पटना पहुंचने के बाद चिराग पासवान ने रात 10 बजे अपनी पार्टी के प्रमुख नेताओं की आपात बैठक बुला ली.
चिराग ने कहा-अमित शाह से बात हो गयी है
चिराग पासवान के बेहद करीबी माने जाने वाले नेता ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बिहार को लेकर हो रहे घटनाक्रम की जानकारी दी. बैठक में चिराग पासवान ने अपने सहयोगियों से कहा कि उऩके पास केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फोन कॉल आया था. अमित शाह ने ये जानकारी दी कि नीतीश कुमार से गठबंधन को लेकर बातचीत फाइनल हो रही है. लेकिन इससे चिराग नहीं घबरायें, बीजेपी अपने पुराने सहयोगियों की भावनाओं को सम्मान देगी.
बैठक के बीच में आया अमित शाह का कॉल
लोजपा सूत्र बता रहे हैं कि चिराग जब अपनी पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे तो उसी बीच अमित शाह का फोन आ गया. चिराग ने अलग हटकर उनसे बात की. इसके बाद मीटिंग में वापस लौटे चिराग पासवान ने कहा कि वे 26 जनवरी की सुबह दिल्ली जा रहे हैं. गृह मंत्री अमित शाह का फोन कॉल आया था और उन्होंने 26 जनवरी की शाम 4 बजे मिलने के लिए बुलाया है. चिराग पासवान ने अपने सहयोगियों को बताया कि नीतीश कुमार को लेकर बीजेपी ने आखिरी फैसला ले लिया है.
जीतन राम मांझी के घर पहुंचे नित्यानंद
उधर, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय गुरूवार की शाम अचानक से पटना पहुंच गये. दिल्ली में बिहार के बीजेपी नेताओं की बैठक अमित शाह के साथ होनी थी लेकिन नित्यानंद राय को अचानक पटना जाने का फरमान मिला. इसका मतलब तब समझ में आया जब 25 जनवरी की रात नित्यानंद राय हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी से मिलने उनके आवास पर पहुंच गये.
मांझी के एक करीबी नेता ने बताया कि नित्यानंद राय ने बंद कमरे में वन टू वन बातचीत की. इसके बाद वे निकल गये. नित्यानंद राय के जाने के बाद जीतन राम मांझी ने वहां मौजूद अपने समर्थकों को बताया कि कुछ नया होने जा रहा है लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है. हम पार्टी को कोई नुकसान नहीं होने जा रहा है. भाजपा ने इसका भरोसा दिलाया है.
उपेंद्र कुशवाहा को भी दी गयी जानकारी
उधर, राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को भी बीजेपी ने नीतीश से तालमेल को लेकर जानकारी दे दी है. कुशवाहा की पार्टी के एक नेता ने बताया कि भाजपा आलाकमान ने 25 जनवरी को उपेंद्र कुशवाहा से बात की है. उन्हें ये बताया गया है कि बिहार में नया सियासी समीकरण बनने जा रहा है. लेकिन इससे उपेंद्र कुशवाहा को कोई नुकसान नहीं होगा.
बिहार बीजेपी नेताओं को भी गयी जानकारी
बीजेपी सूत्र बता रहे हैं कि दिल्ली में 25 जनवरी को आनन फानन में बुलाये गये बिहार बीजेपी के नेताओं को भी नये घटनाक्रम की जानकारी दे दी गयी है. गृह मंत्री अमित शाह ने अपने आवास पर सम्राट चौधरी, सुशील कुमार मोदी, विजय सिन्हा, तारकिशोर प्रसाद, रेणू देवी समेत कुछ और नेताओं को समझाया कि नीतीश से दोस्ती क्यों जरूरी है और इससे पार्टी को क्या हासिल होने वाला है. अमित शाह ने इन तमाम नेताओं को सख्त हिदायत दी कि वे पूरे घटनाक्रम पर कोई टीका टिप्पणी नहीं करें. सही समय पर फैसला सामने आ जायेगा.
इन तमाम घटनाक्रम के बाद ये तय हो गया है कि बिहार की सियासत यू टर्न मारने वाली है. एक से दो दिनों के भीतर सारा खेल हो जाने वाला है. लेकिन इस बीच ऐसे वाकये हो सकते हैं जिसका अंदाजा बीजेपी या नीतीश कुमार ने नहीं लगाया होगा.