PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार पर अब सियासत शुरू हो गई है। सियासी हलचल के बीच जेडीयू ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल पर जमकर हमला बोला है। जायसवाल के बयान पर पलटवार करते हुए जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा है कि बिहार में सत्ता जाने के बाद से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल राजनीतिक रूप से दिवालिये हो चुके हैं। इसीलिए वे अनर्गल बयान दे रहे हैं।
अभिषेक झा ने कहा है कि संजय जायसवाल जनता दरबार पर सवाल उठा रहे हैं। उन्हें इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि देश के स्तर पर जनता दरबार का मॉडल पहली बार नीतीश कुमार ने स्थापित किया है। वे जनता से सीधे संवाद कर उनकी शिकायत दूर करते हैं। इसीलिए भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के पेट में दर्द होता है।
जेडीयू प्रवक्ता ने संजय जायसवाल को खुली चुनौती दी है कि अपने एक भी नेता या मुख्यमंत्री का नाम बताएं जो नीतीश कुमार जैसे लोकप्रिय हैं। यही वजह है कि नीतीश कुमार को जनता पसंद करती है और वे सालों से बिहार पर राज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जंगलराज की बात करने वाल संजय जायसवाल को याद होना चाहिए कि एक बार बीजेपी से टिकट न मिलने के बाद वे आरजेडी में चले गए थे और वहां प्रखंड अध्यक्ष थे। चुनाव लड़ने के बाद उन्हें केवल 5-6 हज़ार वोट मिले थे और वे अपनी जमानत तक नहीं बता पाए थे। अपने इतिहास को भले वो भूल जाएं लेकिन जनता उनका असली चेहरा अच्छे से पहचानती है।
दरअसल, संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार के जनता दरबार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि जनता दरबार के लिए फरियादी पहले एक चिट्ठी भरते हैं। सवाल पसंद आने पर ही आपको सरकारी खर्चे से जनता दरबार में बुलाया जाएगा। ये लोग सिर्फ नाटक करते हैं। फरियादों को पहले भर पेट खाना खिलाया जाता है ताकि वे अधिकारी के खिलाफ कुछ बोल न दें।