PATNA : बिहार में बेकाबू कोरोना संक्रमण के बीच एक अच्छी ख़बर है। कोरोना की रफ्तार बढ़ने के साथ टीकाकरण कराने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में फ्रंटलाइन वॉरिसर्य में शामिल पुलिस भी इसमें पीछे नहीं है। शुरुआती दौर में जो टीकाकरण में दिलचस्पी नहीं ले रहे थे उन्होंने भी टीका लगवाना शुरू कर दिया है। बिहार में करीब 90 प्रतिशत पुलिसकर्मियों ने कोरोना के टीका का दूसरा डोज ले लिया है। बिहार पुलिस में अधिकारियों और जवानों की कुल तादाद 86 हजार 969 है।
पुलिसकर्मियों को फरवरी महीने से वैक्सीन लगने लगा था। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पुलिस को फ्रंटलाइन वॉरियर्स में शामिल किया गया को है। स्वास्थ्यकर्मियों के बाद पुलिस को टीका लगाने का काम फरवरी में शुरू हो गया था। उस वक्त बहुत सारे पुलिसकर्मी ऐसे थे जिन्होंने टीका लगवाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। पर कोरोना का संक्रमण तेज होने के साथ वह भी टीका लगवाने लगे। जानकारी के मुताबिक कुछ दिनों पहले तक 86 प्रतिशत से अधिक पुलिसकर्मियों ने कोरोना टीका का दोनों डोज ले लिया था। वहीं 91 प्रतिशत पुलिसकर्मी पहला डोज ले चुके थे। हालांकि आधिकारिक डाटा अभी उपलब्ध नहीं हो पाया है।
वैक्सिनेशन का फायदा भी साफ दिख रहा है। टीका लेनेवालों में संक्रमण का खतरा कम है। साल 2020 में कोरोना की पहली लहर में बड़ी तादाद में बिहार पुलिस के अधिकारी और जवान संक्रमित हुए थे। दूसरी लहर उससे कहीं ज्यादा खतरनाक है और लाखों की आबादी इससे संक्रमित हो रही है। बावजूद पुलिस में संक्रमण कम दिख रहा है। जो संक्रमित हो भी रहे हैं उनकी स्थिति चिंताजनक नहीं है। माना जा रहा है कि टीका लेने की वजह से हालात इस बार बदले हुए हैं।