ब्रेकिंग न्यूज़

NO टेंशन : खाते समय मक्खियां भनभनाए तो बाएं हाथ से भगाते रहिए और दाहिने से खाते रहिए ! उपेन्द्र कुशवाहा ने ऐसा क्यों कहा...? Dharmendra Passed Dway: शोले के ही-मैन धर्मेंद्र ने 89 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा, अमिताभ बच्चन और आमिर खान पहुंचे श्मशान घाट Muzaffarpur crime news : बिहार के इस जिले में युवक की संदिग्ध मौत: परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप, जांच में जुटी पुलिस Last Working Day CJI Gavai: नहीं... नहीं, मत फेंकिए…! सुप्रीम कोर्ट में अपने आखिरी कार्य दिवस पर क्या बोले CJI बीआर गवई, सम्मान से गूंज उठा कोर्ट रूम Bihar Crime News: बिहार में बेखौफ बदमाशों ने अधेड़ को मारी गोली, बवाल के बाद छापेमारी में जुटी पुलिस patna crime news : पटना में लड़की की मिली लाश, मचा हड़कंप; जांच में जुटी पुलिस Bihar News: बिहार के गरीब परिवारों के लिए सरकार का एक और बड़ा कदम, अब बिना पैसे खर्च किए मिलेगी यह शानदार सुविधा Success Story: कौन हैं भारत के नए CJI जस्टिस सूर्यकांत? जानिए पूरी कहानी, करियर, चुनौतियां और अहम फैसले Bihar Land Mafia : कुर्सी संभालते ही डिप्टी CM विजय सिन्हा की हुंकार, भूमाफिया को संरक्षण देने वाले 'सफेदपोश' हो जाएं सावधान...हर तरफ रहेगी निगाह Bihar News: बिहार में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मामले, हाई-रिस्क इलाकों में फॉगिंग और निगरानी तेज

बिहार को लेकर सोच बदले नीति आयोग, ललन सिंह बोले.. राज्य में बेटियों की बढ़ती तादाद बदलाव का संकेत

1st Bihar Published by: Updated Sun, 28 Nov 2021 02:42:26 PM IST

बिहार को लेकर सोच बदले नीति आयोग, ललन सिंह बोले.. राज्य में बेटियों की बढ़ती तादाद बदलाव का संकेत

- फ़ोटो

PATNA: बिहार में प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की आबादी 1090 हो गयी है। राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के आंकड़ों से इस बात का खुलासा हुआ है। विकसित राज्यों को भी बिहार ने पीछे छोड़ा है। महाराष्ट्र में 966 महिलाएं एक हजार पुरुष पर है। बिहार सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं ने व्यापक प्रभाव डाला है शायद यह उसी का असर है। राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के आंकड़ों पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने खुशी जतायी है। 


उन्होंने कहा कि एक वो दौर था जब बेटी के जन्म को लोग अशुभ मानते थे और बेटों की आस में जनसंख्या वृद्धि होती रहती थी लेकिन उस वक्त लड़कों की तुलना में लड़कियां कम थी। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 15 साल के शासनकाल में स्थितियां काफी बदली है। राज्य सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं का ही असर है कि आज आज बिहार में बेटियों का औसत 1000 लड़कों पर 1090 हो गया है।  


ललन सिंह ने ट्वीट करते हुए यह लिखा है कि "उस दौर में बिटिया जन्म ले तो अशुभ माना जाता था, बेटों की आस में जनसंख्या वृद्धि होती रहती थी फिर भी लड़कों की तुलना में लड़कियां कम थी। आज नीतीश कुमार के 15 साल के शासनकाल में स्थितियां बदली है। नीति आयोग को देखना चाहिए कि स्पीडी ट्रायल और अपराध नियंत्रण में भी रिकॉर्ड बने हैं।"