ब्रेकिंग न्यूज़

Fastest Test Century: टेस्ट क्रिकेट में इन बल्लेबाजों ने जड़े हैं सबसे तेज शतक, टॉप-5 में एक और कंगारू की एंट्री SVU Raid Bihar: SVU की बड़ी कार्रवाई, औरंगाबाद उत्पाद अधीक्षक के ठिकानों पर छापेमारी जारी Bihar Crime News: वीडियो कॉल पर प्रेमिका ने किया शादी से इनकार, प्यार में पागल आशिक ने खुद को मारी गोली Bihar election : चुनावी महापर्व के बाद का राजदरबार, तामझाम थमा तो शुरू हुआ कुर्सी-टेबल और हलवाई का हिसाब; अफसर साहब भी हो जा रहे परेशान Bihar Crime News: फ्री फायर गेम खेलने के लिए रिचार्ज नहीं हुआ, तो किशोर ने उठाया खौफनाक कदम, इलाके में मची सनसनी Bihar crime news : नकाबपोश अपराधियों ने घर में घुसकर मां-बेटी पर किया हमला, मां की मौत; जांच में जुटी पुलिस Road Accident: तेज रफ्तार स्कॉर्पियो डिवाइडर से टकराया, तीन लोगों की मौके पर मौत; दो घायल Begusarai drug smuggling : बेगूसराय में लाखों का गांजा के साथ महिला समेत तीन तस्कर गिरफ्तार, पुलिस ने बस स्टैंड से दबोचा Cyber Fraud: बिहार में सिम बॉक्स से साइबर ठगी, अब CBI ऐसे करेगी जांच Bihar Home Ministry : NDA में गृह विभाग पर कोई विवाद नहीं, बोले BJP सांसद - सम्राट चौधरी आए तो अपराधियों की खैर नहीं...

बिहार को लेकर सोच बदले नीति आयोग, ललन सिंह बोले.. राज्य में बेटियों की बढ़ती तादाद बदलाव का संकेत

1st Bihar Published by: Updated Sun, 28 Nov 2021 02:42:26 PM IST

बिहार को लेकर सोच बदले नीति आयोग, ललन सिंह बोले.. राज्य में बेटियों की बढ़ती तादाद बदलाव का संकेत

- फ़ोटो

PATNA: बिहार में प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की आबादी 1090 हो गयी है। राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के आंकड़ों से इस बात का खुलासा हुआ है। विकसित राज्यों को भी बिहार ने पीछे छोड़ा है। महाराष्ट्र में 966 महिलाएं एक हजार पुरुष पर है। बिहार सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं ने व्यापक प्रभाव डाला है शायद यह उसी का असर है। राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के आंकड़ों पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने खुशी जतायी है। 


उन्होंने कहा कि एक वो दौर था जब बेटी के जन्म को लोग अशुभ मानते थे और बेटों की आस में जनसंख्या वृद्धि होती रहती थी लेकिन उस वक्त लड़कों की तुलना में लड़कियां कम थी। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 15 साल के शासनकाल में स्थितियां काफी बदली है। राज्य सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं का ही असर है कि आज आज बिहार में बेटियों का औसत 1000 लड़कों पर 1090 हो गया है।  


ललन सिंह ने ट्वीट करते हुए यह लिखा है कि "उस दौर में बिटिया जन्म ले तो अशुभ माना जाता था, बेटों की आस में जनसंख्या वृद्धि होती रहती थी फिर भी लड़कों की तुलना में लड़कियां कम थी। आज नीतीश कुमार के 15 साल के शासनकाल में स्थितियां बदली है। नीति आयोग को देखना चाहिए कि स्पीडी ट्रायल और अपराध नियंत्रण में भी रिकॉर्ड बने हैं।"