SASARAM : बिहार विधानसभा चुनाव में जीत के बाद पहली बार मंत्री बनीं जेडीयू की शीला मंडल मुसीबत में फंसती हुई नजर आ रही हैं. स्वतंत्रता सेनानी बाबूवीर कुंवर सिंह पर उन्होंने बीते दिन गलत बयानबाजी की, जिसको लेकर सासाराम में उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है.
बिहार सरकार में परिवहन मंत्री शीला मंडल के खिलाफ सासाराम कोर्ट में भैसही गांव के रहने वाले अखिलेश कुमार ने परिवाद पत्र दर्ज कराया है. परिवहन मंत्री शीला मंडल ने सीतामढ़ी में गुरुवार को शीला मंडल ने एक कार्यक्रम में कहा था कि "एक हाथ कट जाने पर राजपूतों के वीर कुंवर सिंह की इतनी वाहवाही हुई कि आज सभी लोग उनको जानते हैं। किताबों में उनके बारे में पढ़ाया जाता है, लेकिन सीतामढ़ी के शहीद रामफल मंडल को कोई नहीं जानता."
आपको बता दें कि नीतीश सरकार में मंत्री शीला मंडल ने इस मामले को जाति से जोड़ते हुए यह भी कहा कि "रामफल मंडल शहीद हुए, अपनी जान की कुर्बानी दी लेकिन उनको उतना सम्मान नहीं मिला, जितना वीर कुंवर सिंह को मिला. इतना ही नहीं शीला मंडल ने सीतामढ़ी में यह भी कहा था कि "अति पिछड़ा जाति के लोगों के गुणों को दबा दिया जाता था. मुझे रामफल मंडल के परिवार को देखकर दुख होता है. यदि वे दूसरे वर्ग से होते तो आज इनके भी बच्चे बड़े-बड़े पदों पर होते."
मंत्री शीला मंडल के इस बयान के बाद राजनीतिक दलों ने कड़ी आपत्ति जताई थी. जिसके बाद उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी है और कहा है कि मेरा उदेश्य किसी ठेंस पहुंचना नहीं था. उन्होंने कहा कि "मैंने शहीद रामफल मंडल के आवास पर वीर कुंवर सिंह के बारे में बयान दिया था. उस बयान पर आपत्ति आई है, जबकि मेरा इरादा कहीं से भी किन्ही के भावनओं को ठेंस पहुंचाने का नहीं था. मेरे दिल में वीर कुंवर सिंह के प्रति असीम श्रद्धा है. मेरे उस बयान से जिनकी भी भावना को ठेंस पहुंची है, उनके लिए मैं खेद प्रकट करती हूं."