BJP B Team: "मुझे BJP की B टीम कहने वाले जोकरों को सामने लाओ", विपक्ष पर बरसे ओवैसी Bihar News: इन रेलवे स्टेशनों की कायापलट करने की तैयारी, 2 अतिरिक्त प्लेटफॉर्म, महानगरों के लिए हाई स्पीड ट्रेनें.. और भी बहुत कुछ Patna Crime News: पटना में गोली मारकर शख्स की हत्या, बदमाशों ने सरेआम गोलियों से भूना; ताबड़तोड़ फायरिंग से हड़कंप Apartment registry law : बिहार में फ्लैट खरीदने वालों के लिए बड़ा बदलाव, अब जमीन की नहीं होगी...जानिए नया नियम Bihar politics: देश की छवि खराब कर रही कांग्रेस –फायरब्रांड मंत्री गिरिराज सिंह का तीखा वार Bihar expressway: यहाँ जाने वालों के लिए बन रहा है फोरलेन एलिवेटेड रोड, अब सफर होगा आसान ! Road Accident: सड़क हादसे में बारात से लौट रहे 3 लोगों की मौत, कई घायल Bihar Crime News: अवैध नर्सिंग होम में जच्चा-बच्चा की मौत, डॉक्टर फरार Arif Mohammad Khan : सोये प्रशासन और कुलपति को जगाएंगे राज्यपाल साहब ...बोले यूनिवर्सिटी ज्ञान का मंदिर है, बमबाजी और गुंडागर्दी नहीं चलेगी! Bihar politics: बिहार में सियासी घमासान तेज़! मई के अंत में एक साथ आएंगे पीएम मोदी और राहुल गांधी
1st Bihar Published by: Updated Sun, 03 Oct 2021 07:16:31 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार के एक बड़े शराब माफिया के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने कार्रवाई की है। ईडी ने माफिया संजय प्रताप सिंह और उसकी पत्नी किरण देवी के साथ-साथ सहयोगी श्रीकुमार सिंह की संपत्ति को अपने कब्जे में ले लिया है। यह तीनों भोजपुर जिले में 2012 में हुई जहरीली शराब कांड के आरोपी हैं। 2012 में जहरीली शराब पीने से भोजपुर जिले में 21 लोगों की मौत हो गई थी।
प्रवर्तन निदेशालय ने कार्यवाही करते हुए संजय प्रताप सिंह और उसके करीबियों की कुल 12 से अधिक के चल अचल संपत्ति को जब्त कर अपने कब्जे में ले लिया है। ईडी के मुताबिक एक निर्माणाधीन इमारत के साथ-साथ ईट भट्ठा और 1.13 करोड़ों रुपए के 13 अलग-अलग भूखंडों समेत 15 अचल संपत्तियां इस मामले में अटैच की गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय की यह कार्रवाई धन शोधन से जुड़े मामले में की गई है।
आपको याद दिला दें कि भोजपुर जिले में साल 2012 में जहरीली शराब पीने से 21 लोगों की मौत हो गई थी। बिहार पुलिस ने तब संजय और उसके एक अन्य सहयोगी के खिलाफ मामला दर्ज किया था। ईडी ने जो जानकारी इकट्ठा की है उसके मुताबिक संजय की तरफ से बनाई गई अवैध संपत्ति के जरिए ही जहरीली शराब का निर्माण किया गया था। इस मामले में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।