AURANGABAD: बिहार के सरकारी अस्पतालों में अक्सर ऐसे मामले सामने आते रहे हैं, जिससे राज्य के पूरे स्वास्थ्य महकमें और सरकार को शर्मसार होना पड़ता है। ताजा मामला औरंगाबाद से सामने आया है, जिसको जानकर इंसानीयत भी शर्मसार हो जाए। सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीज को एम्बुलेंस से ले जाकर सड़क किनारे फेंक दिया गया और इलाज के अभाव में उसकी मौत हो गई। अब जिले का स्वास्थ्य महकामा पूरे मामले की लीपापोती में जुट गया है।
दरअसल, औरंगाबाद में सदर अस्पताल से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। लगभग 50 साल के एक लावारिस मरीज को किसी सख्स ने सदर अस्पताल पहुंचा दिया था ताकि उसका समुचित इलाज हो सके लेकिन मरीज का इलाज करने के बजाए अस्पताल प्रबंधन के आदेश पर एम्बुलेंस कर्मियों ने उसे शहर से दूर ले जाकर फेंक दिया और और वहां से खिसक गए।
बाद में इलाज के अभाव में उसकी मौत हो गयी। घटना की जानकारी मिलने के बाद बारुण थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम कराया। मामले के अनुसंधान के क्रम में जब पुलिस ने सख्ती से घटना के बारे में एम्बुलेंस कर्मियों से पूछताछ की तब पूरे मामले का खुलासा हो गया। पुलिस ने साक्ष्य जुटाने की नीयत से सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जिसमें इससे जुड़ा मामला और भी साफ हो गया।
एम्बुलेंस कर्मियों ने पुलिस को दिए गए हैरान करने वाले बयान में कहा कि डीएस ने ही मरीज को सड़क किनारे छोड़ने के लिये कहा था। फिलहाल पुलिस ने एम्बुलेंस कर्मी को अरेस्ट कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गयी है। उधर जब इस मामले के बारे में एसीएमओ से बात की गयी तब उन्होंने इसे गैर जिम्मेदाराना बताया और पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है।