PATNA: बिहार के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों का मई से वेतन रोक दिया गया है. सभी पर आरोप है कि खर्च का हिसाब नहीं दिए हैं. जिसके कारण इनलोगों का वेतन रोका गया है.
अब तक नहीं दे पाए खर्च
बिहार के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी अपने जिलों के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों के प्रयोगशाला उपकरण और दूसरे संसाधनों पर किए गए खर्च की राशि के बारे में जानकारी अब तक माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को नहीं दिए है. इसको लेकर माध्यमिक शिक्षा निदेशक गिरिवर दयाल सिंह ने जून में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भी लिखा था, लेकिन इसको गंभीरता से नहीं लिया.
पहले ही दी गई थी चेतावनी
वेतन रोकने को लेकर पहले से निदेशक ने कहा था कि अगर मांगी गई जानकारी 16 सितंबर तक नहीं मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. जिसके बाद अब वेतन पर रोक लगा दिया गया है. माध्यमिक-उच्च माध्यमिक स्कूलों को 2 अरब से अधिक की राशि दी गयी थी. इस राशि से उच्च माध्यमिक स्कूलों को उपस्करों की खरीद के लिए दिया गया था. लेकिन इसका हिसाब अब तक नहीं दे पाये है. इसके अलावे कई माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों ने तो उनके उपयोगिता प्रमाण पत्र ही नहीं दिए. खुलासा हुआ कि उपकरण खरीदा ही नहीं गया.