बिहार के मुस्लिम कॉलेज का तुगलकी फरमान : लड़के-लड़कियों के साथ बैठने, हंसी-मजाक और बातचीत करने पर रद्द होगा एडमिशन

बिहार के मुस्लिम कॉलेज का तुगलकी फरमान : लड़के-लड़कियों के साथ बैठने, हंसी-मजाक और बातचीत करने पर रद्द होगा एडमिशन

SIWAN : बिहार के जयप्रकाश विश्वविद्यालय के एक कॉलेज में तुगलकी फरमान जारी किया गया है। इस कॉलेज में छात्र-छात्राओं के साथ बैठने पर एक तालीबानी फरमान जारी किया गया है। कॉलेज द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, क्लास खत्म होने के बाद भी छात्र-छात्राएं एक साथ बैठकर पढ़ाई एवं बातचीत नहीं कर सकते हैं। जिसके बाद इस आदेश को लेकर तमाम तरह की बातें कही जाने शुरू कर दी गई है। 


मिली जानकारी के मुताबिक, यह मामला सिवान जिले का है, जहां जेडए इस्लामिया पीजी कॉलेज  के प्राचार्य ने फरमान जारी करते हुए कहा है कि- एक साथ छात्र-छात्राएं बैठे या हंसी-मजाक करते दिखे तो उनका नामांकन रद्द हो जाएगा। कॉलेज द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, क्लास खत्म होने के बाद भी छात्र-छात्राएं एक साथ बैठकर पढ़ाई एवं बातचीत नहीं कर सकते हैं।


वही, सीवान के जेडए इस्लामिया कॉलेज के प्राचार्य इदरीश आलम के द्वारा जारी किया गया पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।  इस पत्र में लिखा गया है, "सूचित किया जाता है कि अगर छात्र तथा छात्राओं को साथ में (एक साथ बैठे/हंसी मजाक करते) महाविद्यालय परिसर में देखा जाएगा तो उनके नामांकन को रद्द कर दिया जाएगा।  ज्ञात हो कि धारा 29 व 30 के अंतर्गत स्थापित यह एक अल्पसंख्यक महाविद्यालय है। इसके सारे प्रबंधन का अधिकार शासी निकाय में निहीत है। "


मालूम हो कि, कुछ दिन पहले ही कुछ दिनों पहले कॉलेज की दो छात्राओं के बीच मारपीट हुई थी। यहां क्लास रूम और सड़क पर मारपीट का वीडियो सामने आया था। अब ऐसी चर्चा है कि इसी को लेकर कॉलेज के प्राचार्य ने इस तरह का फरमान जारी किया है। यह पत्र जारी होने के बाद कॉलेज में नामांकित छात्राओं में भी हड़कंप मच गया है।


उधर, इस मामले को लेकर प्राचार्य ने कहा कि कॉलेज में अनुशासन कायम करने के लिए यह पत्र जारी किया गया है। कॉलेज में इन दिनों छात्र-छात्राएं परिसर में एक साथ घूम रहे हैं, लेकिन क्लास नहीं कर रहे हैं। कॉलेज में शैक्षणिक माहौल कायम हो सके, इसलिए यह कदम उठाया गया है।