1st Bihar Published by: Updated Fri, 15 May 2020 04:33:45 PM IST
- फ़ोटो
DELHI: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक बार फिर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. कहा कि कृषि सेक्टर को एक लाख करोड़ देने का एलान किया है. यही नहीं बिहार के मखाना की ब्रांडिंग करने की बात कही.
सीतारमण ने कहा कि फूड एंटरप्राइजेज माइक्रो साइज के लिए 10 हजार करोड़ रुपये दिया जाएगा. क्लस्टर आधार पर ताकि वे ग्लोबल स्टैंडर्ड के प्रोडक्ट बना सकें, वेलनेस, हर्बल, ऑर्गनिक प्रोडक्ट करने वाले 2 लाख माइक्रो फूड एंटरप्राइजेज को फायदा होगा. जैसे बिहार में मखाना उत्पाद, कश्मीर में केसर, कर्नाटक में रागी उत्पादन, नॉर्थ ईस्ट में ऑर्गनिक फूड और तेलंगाना में हल्दी को फायदा मिलेगा.
सीतारमण ने कहा कि लॉकडाउन अवधि के दौरान दूध की मांग 20-25 प्रतिशत कम हो गई. 2020-21 में डेयरी सहकारी समितियों को 2 प्रतिशत प्रति वर्ष दर से ब्याज उपदान प्रदान करने की नई योजना लाई गई है. इस योजना में 5000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी से 2 करोड़ किसानों को लाभ होगा.
उन्होंने कहा कि मधुमक्खी पालन विकास केंद्रों, संग्रह, विपणन और भंडारण केंद्रों और मूल्य संवर्धन सुविधाओं से संबंधित बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 500 करोड़ रुपये की योजना लागू की जाएगी. इससे 2 लाख मधुमक्खी पालनकर्ताओं की आय में वृद्धि होगी.
सीतारमण ने एमएसपी के लिए 74,300 करोड़ दिए गए हैं. पीएम किसान फंड के तहत किसानों को 18700 करोड़ रुपये दिए गए हैं. सीतारमण ने कहा कि आत्म निर्भर भारत के लिए पीएम ने सप्लाय चेन और टेक्नोलॉजी सुधारों का जिक्र किया था. भारत के किसानों ने हमेशा विपरीत हालात में अपनी क्षमता दिखाई है. भारत दूध, जूट का नम्बर वन उत्पादक है. गन्ने कपास समेत कई उत्पादों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है.. इसके अलावे गन्ना उत्पादन में दूसरे स्थान पर है.