MADHUBANI : बिहार के मधुबनी में फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाल दो शिक्षकों का मामला एक बार फिर प्रकाश में आया है. जिले में दो शिक्षकों की नौकरी चली गई है. फर्जी प्रमाणपत्र के आधारपर ये दोनों शिक्षक की नौकरी करते थे और सरकार से वेतन उठा रहे थे. मामले के खुलासे के बाद दोनों को बर्खास्त करते हुए इसकी सेवा समाप्त कर दी गई है. आरोपी शिक्षकों के विरुद्ध निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने प्राथमिकी भी दर्ज कराई है. इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है.
निगरानी विभाग के द्वारा थाने में दो शिक्षकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. दोनों शिक्षक बेनीपट्टी अनुमंडल के हैं, जिसमें से नमता कुमारी प्राथमिक विद्यालय बेहटा की हैं. जबकि दूसरे फर्जी शिक्षक किशाेर पासवान प्राथमिक विद्यालय डुमरा में कार्यरत हैं. पटना के पुलिस निरीक्षक और जांचकर्ता निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के सत्येंद्र राम ने कहा कि किशोर पासवान के मामले में दस्तावेजों के जांच में यह तथ्य प्रकाश में आया है.
नियोजित पंचायत शिक्षक किशोर पासवान ने इंटर परीक्षा के फर्जी प्रमाण पत्र को असली रूप में उपयोग कर नौकरी प्राप्त की. वहीं शिक्षिका नमता कुमारी ने भी इंटर परीक्षा के अंक प्रमाण पत्र में फर्जीवाड़ा कर फर्जी प्रमाणपत्र को असली रूप में उपयोग कर आपराधिक षडयंत्र के तहत धोखाधड़ी से नियोजित होकर वेतन प्राप्त किया है.