DESK : उत्तर प्रदेश के लखनऊ में रविवार की सुबह पुलिस की मुठभेड़ सीवान के पूर्व एमएलसी प्रत्याशी रईस खान के तीन शूटरों से हो गई। मुठभेड़ के दौरान तीनों शूटरों के पैर में पुलिस की गोली लग गई जिससे वह घायल होकर जमीन पर गिर गए। जिसके बाद पुलिस ने तीनों शूटरों को गिरफ्तार कर लिया। घटनास्थल से पुलिस ने हथियार को भी जब्त किया है।
इस मामले का खुलासा करते हुए लखनऊ कैंट ईस्ट की डीएसपी प्राची सिंह ने बताया कि गिरफ्तार तीनों शूटर रईस खान के आदमी हैं। पिछले दिनों वांटेड वीरेंद्र उर्फ गोरख ठाकुर हत्याकांड को इन्हीं लोगों द्वारा अंजाम दिया गया था। डीएसपी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि बिहार के रईस खान के कुछ लोग किसी घटना को अंजाम देने के लिए जमा हुए है।
कैंट थाना क्षेत्र के तिराहे चौराहा पर पुलिस के पहुंचते ही तीनों ने फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने तीनों के पैर में गोली मार दी। गोली लगने के बाद तीनों सड़क पर गिर गए। जिसके बाद पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अपराधियों ने मुन्ना मियां, काशिफ औप फैसल शामिल हैं। डीएसपी ने बताया कि तीनों पहले शहाबुद्दीन के लिए काम करते थे लेकिन शहाबुद्दीन की मौत के बाद रईस खान के लिए काम कर रहे थे।
बता दें कि बिहार में एमएलसी चुनाव से ठीक पहले रईस खान पर AK 47 से हमला हुआ था जिसमें वह बाल बाल बच गए थे। इस केस में सीवान के पूर्व सांसद दिवंगत मो. शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब का नाम आया था। रईस खान ने एमएमसी चुनाव में अपनी किस्मत आजमाई थी जिसमें उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा था। रईस खान के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं, फिलहाल वह जमानत पर हैं।