बिहार: DM साहब के आवास पर चल रहा अवैध वसूली का धंधा, कर्मचारी को फोन कर धमकाया... 5 हजार दो वरना हाकिम के पास फाइल जाएगी फिर...

बिहार: DM साहब के आवास पर चल रहा अवैध वसूली का धंधा, कर्मचारी को फोन कर धमकाया... 5 हजार दो वरना हाकिम के पास फाइल जाएगी फिर...

PATNA : बिहार में भ्रष्टाचार के प्रति नीतीश सरकार जीरो टॉलरेंस की बात करती है. लेकिन एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने बिहार के सरकारी मकहमे में चल रहे अवैध वसूली के धंधे को बेपर्दा कर दिया है. दरअसल एक जिलाधिकारी यानी कि डीएम साहब के आवास पर चल रहे अवैध वसूली के खेल का खुलासा एक ऑडियो क्लिप से हुआ है, जो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है.


मामला जमुई के डीएम आवास से जुड़ा है, जहां जिले के सबसे बड़े पदाधिकारी यानि कि जिलाधिकारी महोदय रहते हैं. वायरल ऑडियो में जमुई डीएम के आवास पर तैनात एक परिचारी राजस्व कर्मचारी को धमकाते हुए सुना जा रहा है. राजस्व कर्मचारी उसके सामने पत्नी का इलाज कराने की दुहाई देकर गिड़गिड़ा रहा है लेकिन आरोपी परिचारी उसे एक दिन का मोहलत देकर 5 हजार रुपये देने की बात करता है. 


बताया जा रहा है कि जिस राजस्व कर्मचारी से घूस मांगकर धमकाया जा रहा है. उसका नाम गोविंद सिंह है, जो जमुई के खैरा अंचल के केंडीह हलका में पदस्थापित है. आरोपी परिचारी धमकाते हुए इतना कह रहा है कि अगर हाकिम के पास फाइल चली गई तो मैनेज करते रह जाइएगा. फर्स्ट बिहार झारखंड इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है. लेकिन दावा किया जा रहा है कि यह जमुई के जिलाधिकारी आवास पर तैनात उमेश सिंह की आवाज है और इस ऑडियो क्लिप को सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है.


वायरल ऑडियो में आरोपी कर्मी उमेश सिंह कह रहा है कि "इतने दिनों से टालमटोल कर रहे हैं. कल तक मोहलत दे रहे हैं. कल नहीं मिला तो अपना समझते रहिएगा. भला चाहते हैं तो अपने चमचे और दलाल को भेजकर रुपया पहुंचा दीजिए नहीं तो आपके साथ-साथ आपका दलाल भी फंसेगा. कल के बाद फाइल हाकिम के पास चला जाएगा तब फिर मैनेज करते रहिएगा."


ऑडियो वायरल होने के बाद जमुई के डीएम अवनीश कुमार सिंह ने कार्रवाई का आश्वसन दिया है. जिलाधिकारी ने कहा कि पुराना आडियो लग रहा है, फिर भी मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित कर्मी के विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है. इधर पीड़ित राजस्व कर्मचारी गोविंद सिंह ने कहा कि  वह पत्नी की इलाज के क्रम में पटना में परेशान थे. इस दौरान भी उमेश सिंह रुपया के लिए दबाव बना रहा था.


इस पूरे मामले में आरोपी परिचारी कर्मी उमेश सिंह ने किसी प्रकार के भयादोहन या वसूली का दबाव देने में खुद की संलिप्तता से इनकार किया है. अब आडियो की सत्यता की परख और मोबाइल का सीडीआर ही दूध का दूध और पानी का पानी कर सकता है.