ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: 15 सितंबर को अमृत भारत का परिचालन, जोगबनी और सहरसा से यहां तक चलेगी ट्रेन, प्रधानमंत्री दिखाएंगे हरी झंडी शिवहर में पिता पर नाबालिग बेटी से दुष्कर्म का आरोप, पुलिस ने दर्ज किया FIR अररिया में 4 दिनों से बिजली गायब: ट्रांसफार्मर नहीं बदले जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने किया सड़क जाम हंगामा सहरसा में शिक्षिका के घर दिनदहाड़े चोरी, 10 लाख के जेवरात और नगदी पर किया हाथ साफ ब्रह्मपुर में NDA कार्यकर्ता सम्मेलन: BJP सहित सहयोगी दलों के नेताओं ने दिखाया शक्ति प्रदर्शन गोल एजुकेशन विलेज में "हाउ टू क्रैक नीट" सेमिनार, मेडिकल की तैयारी कर रहे सैकड़ों छात्रों ने लिया भाग Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश सुमित सिंह हत्याकांड: राजद नेता रामबाबू सिंह ने राजपूत महापंचायत के आंदोलन को दिया समर्थन बड़हरा से अजय सिंह की पहल पर अयोध्या के लिए रवाना हुआ 15वां जत्था, अब तक 2700 श्रद्धालु कर चुके रामलला के दर्शन

बिहार के इस इलाके में बाघिन का खौफ, सहमे हुए किसान फसल काटने नहीं जा रहे

1st Bihar Published by: Updated Wed, 20 Apr 2022 10:18:17 AM IST

बिहार के इस इलाके में बाघिन का खौफ, सहमे हुए किसान फसल काटने नहीं जा रहे

- फ़ोटो

BAGAHA : बिहार के कई इलाकों में किसान घोड़परास यानी नीलगाय से परेशान रहते हैं। घोड़परास फसल को नुकसान पहुंचाते हैं और इसके लिए दो दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान में कई महत्वपूर्ण फैसले भी लिए गए थे लेकिन सूबे का एक इलाका ऐसा भी है जहां गांव वाले और किसान आजाद घूम रही बाघिन से परेशान हैं। यह बाघिन अपने दो बच्चों के साथ आजकल गांव वाले इलाके में पहुंच जाती है, जिसे लेकर किसान खासे परेशान हैं। 


खबर पश्चिम चंपारण के बगहा वाले दियारा इलाके से है। यहां किसानों में बाघिन और उसके दो बच्चों को लेकर खौफ का आलम है। हालात ऐसे बन गए हैं कि खेत में फसल तैयार खड़ी है लेकिन किसान इसे काटने के लिए नहीं जा रहे हैं। दरअसल गांव के लोगों ने एक बाघिन को उसके दो बच्चों के साथ घूमते हुए देखा है। यह पूरा इलाका वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व से सटा हुआ है। यहां जंगली जानवरों की गतिविधियां अक्सर देखने को मिलती हैं लेकिन पिपरासी प्रखंड के कुछ इलाकों में इन दिनों बाघिन का खौफ है। स्थानीय लोगों के मुताबिक खेत में काम करने वाले किसानों ने बाघिन को देखा है। इतना ही नहीं उसके पैरों के निशान भी खेत और जमीन पर मिले हैं। 


किसानों के लिए सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि खेत में गेहूं की फसल कटाई का इंतजार कर रही है। अगर समय पर कटाई नहीं हुई और बारिश या ओले पड़े तो ऐसी स्थिति में फसल बर्बाद हो जाएगी। मसूर की फसल भी पक कर तैयार है लेकिन बाघिन के डर से किसान खेत में नहीं जा रहे हैं। ऐसे में उनके सामने कोई विकल्प नहीं बचता। वन संरक्षक के मुताबिक बाघिन के फुट मार्क नहीं मिले हैं, वयस्क बाघ के पैरों के निशान जरूर मिले हैं और उसी के आधार पर सर्च अभियान चलाया जा रहा है।