DARBHANGA : बिहार सरकार के लाख सख्ती के वावजूद खून की कालाबाजारी का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला उतर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल डीएमसीएच का है, जहां खून के सौदागर ने तेरह हजार रूपये में एक यूनिट ब्लड देने का सौदा किया. लेकिन जब तक खून के सौदागर अपने मंसूबे में कामयाब हो पाता, तबतक वहां पर मौजूद लोगों को शक हो गया और मौजूद लोगों ने खून के कारोबारी को पकड़ कर धुनाई कर दी. जिनके बाद उसने अपना जुर्म कबूल किया.
दरअसल खून की कालाबाजारी में पकड़ा गया युवक की पहचान शिवकुमार कामत के रूप में हुई, जो एक स्वास्थ संस्था के लिए काम करता है और उसके गले उससे जुडी पहचान पत्र भी था. बताया जाता है की एक मरीज़ को एक यूनिट तत्काल B ब्लड ग्रुप वाले खून की जरूरत थी. ऐसे में परिजन ने किसी की मदद से शिवकुमार से संपर्क किया और शिवकुमार ने तेरह हजार रूपये में एक यूनिट खून व्यवस्था कर देने की बात कही. सौदा तय होते ही शिवकुमार दरभंगा DMCH अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंच गया.
इससे पहले की वह ब्लड पैसे लेकर जरूरतमंद परिवार को देता तभी एक समाजसेवी संस्था ब्लड बैंक में रक्तदान करने पहुंचे थे। कुछ लोगो की नजर शिवकुमार पड़ी। शक होने पर उससे लोगो ने पूछताक्ष की तो पूरी बात सामने आ गयी। शिव कुमार ने पहले तो लोगो को गुमराह करने की पूरी कोशिश की। लेकिन जब लप्पड़ थप्पड़ लगने लगे तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। जिसके बाद वह कान पकड़ उठक बैठक कर आगे यह काम नहीं करने की कसम खाई। जिसके बाद उपस्थित लोगों ने उसे पुलिस के हवाले भी कर दिया।
वहीं मौके पर मौजूद अभिजीत कुमार ने बताया की वे जब DMCH अस्पताल अपना रक्तदान करने पहुंचे तभी एक व्यक्ति B - रक्त के लिए परेशान था। परेशान व्यक्ति के पास एक व्यक्ति बार बार जाकर उससे बात कर रहा था कि आप निश्चिंत रहे आपका काम हो जायेगा। जिसपे हमलोगों को शक हुआ तो हमलोगों ने उसे पकड़ कर उससे पूछताछ की तो पता चला कि उसका नाम शिवकुमार है। तथा पैसो के लिए खून का खरीद फरोख करता है। जिसके बाद हमलोगों उक्त खून केे कारोबारी को पुलिस के हवाले कर दिया।