बिहार के बड़े सरकारी अस्पताल में नर्स की करतूत: 1000 बख्शीश नहीं देने पर बदल दी बच्चा, बेटा के बदले बेटी थमा दी

बिहार के बड़े सरकारी अस्पताल में नर्स की करतूत: 1000 बख्शीश नहीं देने पर बदल दी बच्चा, बेटा के बदले बेटी थमा दी

PATNA : बिहार के एक बड़े सरकारी अस्पताल से ऐसी घटना सामने आई है, जो अचंभित करने वाली है. दरअसल एक नर्स की करतूत सामने आई है, जो काफी हैरान कर देने वाली है. एक हजार रुपये बख्शीश नहीं देने पर नर्स ने अस्पताल में एक महिला का बच्चा बदल दिया और उसे बेटा के बदले बेटी थमा दी. लोगों के बीच इस घटना की काफी चर्चा है.


मामला मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच जुड़ा है. यहां मातृ-शिशु सदन में एक नर्स ने गर्भवती महिला का बच्चा बदल दिया. बताया जा रहा है कि बुलआ गांव की रहने वाली पूजा देवी को प्रसव के लिए एसकेएमसीएच लाया गया था. रविवार की रात पूजा ने बेटे को जन्म दिया. इसके बाद नर्स सुनीता कुमारी बख्शीश के रूप में एक हजार रुपये मांगने लगी.


पूजा देवी के परिजन नंदू कुमार ने बताया कि 1000 रुपये नहीं रहने के कारण उन्होंने कहा कि 500 रूपया ले लीजिये. लेकिन नर्स सुनीता 500 में नहीं मानी. फिर पूजा के परिजनों ने जैसे-तैसे 800 रुपये इकठ्ठा कर सुनीता को दिया. जिसके बाद उसने पूजा को बच्चा सौंप दिया. अगले दिन सोमवार की सुबह जब बच्चे को तेल लगाने के लिए कपड़े से बाहर किया गया तो वह बेटी निकल गयी. उनके बाद परिजन होकर चारों ओर खोजने लगे.


काफी खोजबीन के बाद पता चला कि सुनीता ने कुढनी की रहने वाली सुजाता देवी की बेटी से पूजा के बेटे को बदल दिया है. खुद सुजाता ने ही बताया की उसकी बेटी हुई थी. लेकिन नर्स सुनीता ने उसके पास बेटा लेकर दे दी. सुबह में जब नवजात ने पेशाब किया. उसके बाद पता चला कि यह लड़की नहीं लड़का है. 


काफी हंगामा होने के बाद पूजा को उसका बेटा लौटा दिया गया. इस संबंध में अधीक्षक डा.बीएस झा ने बताया कि किसी को भी बच्चे के जन्म के बाद इनाम के रूप में राशि या मिठाई के नाम पर पैसा लेने की इजाजत नहीं है, जो कर्मी ऐसा कर रहे उनके बारे में जांच की जायेगी. 


पूजा के परिजनों से कहा गया कि वह लिखित शिकायत करे. सख्त एक्शन होगा. अस्पताल प्रबंधक संजय साह ने बताया कि पुत्र और पुत्री बदलने का मामला सामने आने के बाद छानबीन की गयी. लेकिन यह मानवीय भूल के कारण ऐसा हो गया था. सब कुछ सामान्य हो गया है.