बिहार के लिए बुरी खबर: गंगा नदी में तीन बच्चे समेत 6 लोग डूबे, विंध्याचल घूमने गए थे एक ही परिवार के 11 लोग, 5 को जिंदा निकाला गया

बिहार के लिए बुरी खबर: गंगा नदी में तीन बच्चे समेत 6 लोग डूबे, विंध्याचल घूमने गए थे एक ही परिवार के 11 लोग, 5 को जिंदा निकाला गया

PATNA : बिहार और झारखंड के लिए बहुत बुरी खबर है. विंध्यांचल घूमने गए एक ही परिवार के 11 लोग हादसे का शिकार हो गए हैं. विंध्याचल धाम स्थित अखाड़ा घाट पर गंगा पार करने के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ और गंगा नदी में नाव समा गई. इस हादसे में नाविक, फोटोग्राफर और एक ही परिवार के 11 लोग डूब गए.


हादसे के बाद नाविक और नाव पर सवार एक फोटोग्राफर समेत 7 लोगों को जिंदा बाहर निकाल लिया गया है. जबकि अभी भी तीन बच्चे समेत 6 लोग लापता बताये जा रहे हैं. इनका कुछ पता नहीं चल पा रहा है. लापता लोगों की खोज में गोताखोर और पीएसी की टीम लगाई गई है. वाराणसी से एनडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई, जिसके साथ खोजबीन की जा रही है.



जिस परिवार के साथ यह बड़ा हादसा हुआ, उस परिवार के ज्यादातर लोग बिहार और झारखंड के रहने वाले थे. परिवार के सदस्य सासाराम, बक्सर, रांची और आदित्यपुर के रहने वाले थे. राजेश तिवारी मूल रूप से सासाराम के रहने वाले हैं. उनके पिता भुवनेश्वर तिवारी कई साल पहले रांची आए थे. वो यहां रांची में ठेकेदारी करते हैं. उनका हंसता खेलता परिवार था. किसी चीज की कमी नहीं थी. कल तक हर तरफ हंसी खुशी थी. मगर, अब परिवार पर एक बड़ी मुसीबत आ गई है.



विन्ध्याचल परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक आर के भरद्वाज ने यहां यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि झारखंड की राजधानी रांची के धुरहा गांव निवासी राजेश तिवारी अपने परिवार के साथ आज यहां मां विन्ध्यवासिनी देवी के दर्शन पूजन के लिए आए थे. दोपहर करीब एक बजे गंगा नदी के अखाड़ा घाट से एक नाव पर चार बालक और पांच महिलाओं समेत परिवार के 12 सदस्यों के साथ नदी के पार गए थे. नाव के लौटते वक्त अचानक गंगा में डूब गई.


डीआईजी ने बताया कि डूबने वालों में रांची जिले के धुर्वा बस स्टैंड स्थित न्यू स्टार क्लब कृष्णा समित के पास क्वार्टर नंबर 1579 निवासी राजेश तिवारी की पत्नी खुशबू( 30), विकास ओझा की पत्नी गुड़िया (28), दीपक मिश्रा की पत्नी अनीसा मिश्रा (26), विकास ओझा का पुत्र सत्यम (7), ढाई माह का पुत्र शौर्य और दीपक मिश्रा की तीन माह की पुत्री डूब शामिल है. दीपक मिश्रा सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर आरआइटी थाना क्षेत्र के निवासी है.



वहीं राजेश तिवारी की पुत्री अलका (9) पुत्री राजेश, राजेश (40), अमरनाथ ओझा के पुत्र विकास ओझा, दीपक मिश्रा , वाहन चालक सुदीप कुमार पुत्र रमाशंकर यादव समेत नाविक गौतम और फोटोग्राफर प्रदीप सुरक्षित बच गए. राजेश तिवारी की बहन गुड़िया बिहार के बक्सर जिले की रहने वाली है. रांची के धुर्वा गांव निवासी राजेश तिवारी, विकास ओझा निवासी सीहनपुर थाना सेमरी जिला बक्सर के जीजा हैं. वहीं दीपक मिश्रा निवासी आदित्यपुर थाना जमशेदपुर झारखंड, राजेश तिवारी निवासी धुर्वा रांची के जीजा हैं. सभी लोग मां विंध्यवासिनी के दर्शन को आए थे. नाव डूबने से राजेश, विकास और दीपक तीनों की पत्नी डूब गईं. वहीं विकास के दो पुत्र व दीपक की अबोध पुत्री भी डूब गई.


जानकारी अनुसार रांची जिले के धुर्वा थाना क्षेत्र निवासी भुवनेश्वर तिवारी के बेटे राजेश तिवारी (35) अपने परिवार और अपने साले आदित्यपुर निवासी दीपक मिश्रा के परिवार के साथ मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन करने के लिए विंध्याचल आए थे. इनमें राजेश तिवारी, उनकी पत्नी खुशबू और तीन बेटियां और दीपक मिश्रा, उनकी पत्नी अनीसा और दो बच्चे थे. दोपहर को सभी 12 लोग नाव पर सवार होकर गंगा स्नान करने के लिए दूसरे तट पर गए थे. वहां गंगा स्नान करने के बाद सभी लोग नाव से वापस लौटने लगे. इसी बीच बारिश के साथ ही तेज हवा चलने लगी. ऐसे में नाव अनियंत्रित होकर पलट गई.



गंगा की गोद से सकुशल बचा ली गई अल्का नौ वर्ष के लिए कपड़े और अन्य सामानों से भरा बैग जीवन रक्षक किट साबित हुआ. जब एक नाविक गंगा में डूब रहे लोगों को बचाने के लिए दुर्घटना स्थल पर पहुंचा तो उसने पानी में डूब रहे बैग को पकड़ कर नाव पर रखने लगा तो उसी बैग में अल्का का बदन फंसा हुआ था. बैग के साथ अल्का को भी नाविक ने नाव पर फेंक दिया. तब उसे दूसरे नाव से बाहर लाया गया। वह सकुशल सुरक्षित बचा ली गई.


इस हादसे के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए जनपद के आलाधिकारियों को तत्काल बचाव और राहत कार्य करने का निर्देश दिया. उन्होंने आपदा प्रबंधन टीम की भी मदद लेकर तेजी से बचाव व राहत कार्य करने के आदेश दिया. साथ ही दुर्घटना के प्रभावितों की हर संभव मदद और उनकी समुचित चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.