बिहार दिवस समारोह में महिला जनप्रतिनिधियों को मंच से बोलने नहीं दिया गया, BJP विधायक ने इसे महिलाओं का अपमान बताया

बिहार दिवस समारोह में महिला जनप्रतिनिधियों को मंच से बोलने नहीं दिया गया, BJP विधायक ने इसे महिलाओं का अपमान बताया

SAMASTIPUR: बिहार दिवस समारोह के मौके पर महिला मेयर अनिता राम को मंच से बोलने नहीं दिया गया। जिसे लेकर मेयर ने नाराजगी जतायी। कहा कि अगली बार से हमलोगों को किसी भी कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाए। वही बीजेपी विधायक बीरेंद्र पासवान ने इसे महिला जनप्रतिनिधियों का अपमान बताया। 


दरअसल समस्तीपुर के पटेल मैदान में बिहार दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। स्थापना दिवस कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं को बोलने का मौका दिया गया लेकिन समस्तीपुर की जिला परिषद अध्यक्ष खुशबू कुमारी, उपाध्यक्ष अंजना राय और नगर निगम की मेयर अनिता राम में से किसी भी महिला को बोलने का मौका नहीं दिया गया। इससे मेयर अनिता राम ने गहरी नाराजगी जतायी।


अनिता राम ने मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कहा कि जब उन्हें एक शब्द बोलने का मौका ही नहीं दिया गया तो फिर मंच पर उन्हें कुर्सी क्यों दी गई? अनिता राम ने यह भी कहा कि जब डीएम साहब को हम लोगों के सम्बोधन के लिए समय नहीं था तो मंच पर कुर्सी ही उनके लिए नहीं लगानी चाहिए थी। मेयर ने डीएम से यह मांग किया कि अगली बार से उनलोगों को मंच पर कुर्सी नहीं दिया जाय। 


मंच पर मौजूद बीजेपी विधायक बीरेंद्र पासवान ने इसे महिला जनप्रतिनिधियों का अपमान बताया। कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं वही उनके अधिकारी मंच पर महिलाओं को दो शब्द बोलने तक का मौका नहीं देते। इस बात की वो कड़ी निंदा करते हैं। मामले पर डीएम योगेंद्र सिंह ने कहा कि समय का अभाव होने की वजह से ही तीनों महिला जनप्रतिनिधियों को बोलने का मौका नहीं मिल पाया। लेकिन अन्य कार्यक्रमों में तो उन्हें बोलने का मौका तो दिया ही जाता है।