BHAGALPUR : भागलपुर में अगुवानी-सुलतानगंज गंगा पुल के ध्वस्त होने के बाद अब गंगा से मलबा हटाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसको लेकर मुबंई से पहुंची एक्सपर्ट की टीम ने पुल के मलबा हटाने को लेकर ध्वस्त पुल का निरीक्षण कर जायजा लिया। इसके बाद अब इसके मलबे को हटाने की प्रक्रिया तेज हो गयी है।
दरअसल, अगुवानी-सुलतानगंज गंगा पुल के मलबे को हटाने मुंबई से आई टीम ने एसपी सिंगला कंपनीके बेस कैंप मे निर्माण कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक कर कई अहम जानकारी ली और ड्रोन कैमरा से ध्वस्त पुल की तस्वीरें कैमरे में कैद करते हुए मलबा हटाने को लेकर तकनीकी रूप से जरूरी कई बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया।
बताया जा रहा है कि,अगुवानी-सुलतानगंज गंगा पुल के ध्वस्त होने के बाद कोलकाता से 750 एचपी का पोकलेन मशीन मंगाया गया है, जिससे दस दिनों के अंदर गंगा से मलबा को हटा लिया जायेगा। निर्माण कंपनी के अधिकारी से एक्सपर्ट टीम ने बातचीत करते हुए तकनीकी पहलू पर भी गंभीरता से विचार विमर्श किया गया। उसके बाद यह निर्णय लिया गया है।
आपको बताते चलें कि, 1710 करोड़ की लागत से बनने वाली अगुवानी-सुलतानगंज गंगा पुल नीतीश सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक थी। इसका निर्माण पिछले आठ साल से चल रहा था। नीतीश कुमार ने साल 2014 में पुल की नींव रखी थी। पुल 2019 में ही बनकर तैयार होना था। बाद में डेडलाइन 31 दिसंबर, 2023 की दी गई थी।