बिहार कांग्रेस में जल्द होगा बदलाव: पार्टी के बिहार प्रभारी ने कहा कि नयी टीम की घोषणा होगी, युवाओं को देंगे मौका

बिहार कांग्रेस में जल्द होगा बदलाव: पार्टी के बिहार प्रभारी ने कहा कि नयी टीम की घोषणा होगी, युवाओं को देंगे मौका

PATNA: बिहार कांग्रेस में फेरबदल की चर्चाओं के बीच पार्टी के बिहार प्रभारी और राष्ट्रीय सचिव भक्तचरण दास ने एलान कर दिया है कि जल्द ही बड़ा एलान होगा। भक्तचरण दास ने कहा कि जल्द ही पार्टी की नयी टीम की घोषणा की जायेगी। नयी टीम ऐसी होगी जिससे कांग्रेस संगठन का विस्तार बिहार के घर घर तक होगा।


गौरतलब है कि पिछले दो महीने से बिहार कांग्रेस में बदलाव की चर्चा आम है। पार्टी के प्रभारी भक्त चरण दास ने इसकी पुष्टि कर दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने संगठन में युवाओं को तवज्जो देने जा रही है. कांग्रेस का जो नये पदाधिकारी बनेंगे उनमें युवाओं की संख्या अच्छी खासी होगी. ताकि वे  सड़क पर उतर कर केंद्र और बिहार सरकार की नीतियों के खिलाफ लोगों को गोलबंद कर सकें। भक्त चरण दास ने ये बातें बड़हिया में कही. वे कांग्रेसी नेता सदानंद सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होकर वापस लौट रहे थे।


क्या पूरा होगा भक्त चरण दास का इरादा

गौरतलब है कि बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्तचरण दास ने बिहार कांग्रेस में फेरबदल के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है. पार्टी के सूत्र बताते हैं कि वे विधायक राजेश राम को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाना चाहते हैं. इसके साथ ही 8 कार्यकारी अध्यक्ष बनाना चाह रहे हैं जो समाज के अलग अलग तबके से हैं. भक्त  चरण दास ने राहुल गांधी को अपने पसंद के पदाधिकारियों की सूची सौंप दी है. उसमें अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ एक नाम राजेश राम का दिया गया है.


हालांकि पार्टी सूत्र बता रहे हैं कि राजेश राम को अध्यक्ष बनाने का भक्तचरण दास का इरादा पूरा होता नहीं दिख रहा है. कांग्रेसी कल्चर यही रहा है कि प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कम से कम तीन नाम आलाकमान को सुझाते हैं. उसके बाद राय मशवरा कर अध्यक्ष पद के लिए नाम फाइनल होता है. लेकिन भक्त चरण दास ने सिर्फ एक नाम पार्टी आलाकमान को सौंप दिया. 


तकरीबन दो महीने पहले से ही राहुल गांधी ने बिहार के प्रमुख कांग्रेसी नेताओं से अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा करनी शुरू की. लेकिन ज्यादा प्रमुख नेता राजेश राम को अध्यक्ष बनाये जाने के खिलाफ हैं. उनका कहना है कि राजेश राम का व्यक्तित्व ऐसा नहीं रहा है जिससे कि वे प्रदेश कांग्रेस को संभाल पायें. अगर दलित तबके से ही किसी को अध्यक्ष बनाना है तो ऐसे कई नेता हैं जो प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेवारी संभाल सकते हैं और उन्हें पार्टी के दूसरे सीनियर लीडर भी स्वीकार करेंगे. 


पार्टी में एक राय नहीं बन पाने के कारण नये प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति अटकी पड़ी है. हालांकि मौजूदा अध्यक्ष मदन मोहन झा का कार्यकाल पूरा हो गया है. भक्त चरण दास उन्हें हर हाल में हटाने पर अड़े हैं. लेकिन आलाकमान क्या फैसला लेगा ये भक्तचरण दास को भी नहीं पता है.