मतगणना के पहले पोस्टल बैलेट के साथ पकड़े गए CO साहब, रात के अंधेरे में लेकर जा रहे थे सर्विस वोट

मतगणना के पहले पोस्टल बैलेट के साथ पकड़े गए CO साहब, रात के अंधेरे में लेकर जा रहे थे सर्विस वोट

PATNA :  बिहार विधानसभा में तीनों चरण के मतदान संपन्न होने के बाद हर किसी की निगाहें बिहार चुनाव के नतीजे पर टिकी हुई हैं. कल मंगलवार को चुनाव का रिजल्ट आने वाला है लेकिन उससे ठीक पहले आरा से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. दरअसल आरा में रात के अंधेरे में सर्विस वोटरों का पोस्टल बैलेट लेकर जा रहे सीओ को राजद कार्यकर्ताओं ने पकड़ा है. राजद कार्यकर्ताओं ने इस बात को लेकर काफी हंगामा भी किया है.


पोस्टल बैलेट लेकर जा रहे थे सीओ
इस मामले को लेकर शाहपुर के सीओ पंकज कुमार झा ने फर्स्ट बिहार झारखंड को जानकारी दी कि वह सर्विस वोटरों का पोस्टल बैलेट निर्वाची कार्यालय से ले जाकर ट्रेजरी कार्यालय में जमा करने जा रहे थे. इस दौरान लोगों को थोड़ा कंफ्यूजन हो गया कि बक्से में ईवीएम मशीन है. दिन या रात में ले जाने के नियम को लेकर उन्होंने कहा कि शाम में थोड़ी देर हो गई, जिसके कारण ले जाने में समय लग गया.


दिन या रात के नियम की जानकारी नहीं - डिप्टी इलेक्शन अफसर
भोजपुर की डिप्टी इलेक्शन अफसर ने फर्स्ट बिहार झारखण्ड को बताया कि उन्हें मीडिया के माध्यम से इस बात की सूचना मिली है. इस संदर्भ में किसी भी अफसर से उनकी कोई बातचीत नहीं हुई है. रात के समय पोस्टल बैलेट को ले जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके बारे में उन्हें कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है. सीनियर अफसर से बातचीत करनी होगी.


भोजपुर डीएम ने दी जानकारी
भोजपुर के जिला निर्वाचन पदाधिकारी और डीएम रोशन कुशवाहा ने फर्स्ट बिहार झारखंड को बताया कि सीओ पोस्टल बैलेट लेकर जा रहे थे. डाक के माध्यम से सर्विस वोटरों का पोस्टल बैलेट आता है. जिसे बंडल बनाकर बक्से में बंद कर ट्रेजरी में ले जाकर रखा जाता है. फिर सुबह में 6 बजे जब ट्रेजरी खुलेगा तो उसे मतगणना के लिए ले जाया जायेगा.


क्या बोले राजद विधायक मंटू तिवारी
इस घटना के संबंध में राजद के विधायक और शाहपुर से प्रत्याशी राहुल उर्फ़ मंटू तिवारी से जब बातचीत की गई तो उन्होंने फर्स्ट बिहार झारखंड न्यूज़ को जानकारी दी कि कुछ लोगों ने पोस्टल बैलेट को पकड़ा है, जो शाहपुर विधानसभा का है. यह सर्विस वोटरों का है. उन्होंने अफसरों से क्रॉस चेक कर बताया कि लोगों को थोड़ा सा डाउट हो गया था. क्योंकि रात के समय पोस्टल बैलेट को लेकर अफसर जा रहे थे. हालांकि अब सब ठीक है. सारा कन्फ्यूजन दूर हो गया है. पोस्टल बैलेट को अधिकारी ने ट्रेजरी कार्यालय में जमा करा दिया है.