1st Bihar Published by: Updated Tue, 04 Jan 2022 10:55:34 AM IST
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PATNA : भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप झेल रहे मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद विजिलेंस की परवाह नहीं है. अपने खिलाफ विजिलेंस की स्पेशल यूनिट की कार्यवाही के बावजूद वीसी डॉ राजेंद्र प्रसाद इसकी परवाह किए बगैर मेडिकल लीव पर है.
दरअसल, स्पेशल बिजली यूनिट ने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को पूछताछ के लिए 3 जनवरी की सुबह पटना स्थित ऑफिस में बुलाया था लेकिन कुलपति नहीं आए. ऐसे में बड़ा सवाल उठ रहा है कि आखिर भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद को कौन बैकअप दे रहा है. उनके माथे पर किसका हाथ है जिसकी वजह से वह विजिलेंस की पूछताछ में भी सहयोग नहीं कर रहे हैं.
भ्रष्टाचार के मामले में राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है. उनके ऊपर आय से अधिक संपत्ति के मामले में छापेमारी भी की जा चुकी है और कार्यवाही के बाद वीसी डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल लीव पर चले गए थे. इसकी जानकारी राजभवन की तरफ से दी गई थी. अब एक बार फिर वह 1 महीने की विस्तारित मेडिकल लीव पर हैं. 23 जनवरी को उनकी लीव की अवधि खत्म हो रही है, लेकिन वह विजिलेंस के साथ पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं.
उधर, मगध विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने वाली विजिलेंस की टीम ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार पुष्पेंद्र कुमार वर्मा, डॉक्टर जयनंदन प्रसाद सिंह लाइब्रेरी इंचार्ज और हिंदी डिपार्टमेंट के हेड प्रोफेसर विनोद कुमार और वीसी डॉ राजेंद्र प्रसाद के पीए और असिस्टेंट सुबोध कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
हालांकि अब तक राजेंद्र प्रसाद पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए हैं. माना जा रहा है कि कोई बड़ा संरक्षण होने के कारण वह अब तक के मेडिकल लीव पर हैं और विजिलेंस को सहयोग नहीं कर रहे हैं. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि वीसी डॉ राजेंद्र प्रसाद तब तक इस संरक्षण के बूते बच पाते हैं.