छपरा में एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन, सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और विपक्ष पर किया जोरदार हमला BIHAR NEWS : मां के सोते ही BA की छात्रा ने उठाया खौफनाक कदम, अब पुलिस कर रही जांच BIHAR CRIME : नशे में धुत बेटे ने पिता पर किया हमला, चाकू छीनकर पिता ने कर दी बेटे की हत्या BIHAR STET EXAM : जानिए बिहार STET एग्जाम का पैटर्न, 5 घंटे में पूछे जाएंगे 300 सवाल; गलत जवाब पर भी नहीं कटेंगे जवाब Asia Cup 2025: सूर्या की कप्तानी में आज दिखेगा भारत का दम-खम, इस एप पर देखें इंडिया और UAE का लाइव मुकाबला Bihar Government Scheme: सावधान ! महिला रोजगार योजना के नाम पर हो रहा बड़ा खेल, आपको भी आ रहा ऐसा लिंक तो ठहर जाए Bihar Train News: बिहार के स्टेशनों को मिली बड़ी राहत, रेलवे ने कई प्रमुख ट्रेनों के ठहराव को दी मंजूरी टी सी एच एदुसर्व 16 सितम्बर से नया बैच शुरू, 100% फीस माफी की सुविधा Bihar News: फ्री फायर गेम खेल रहा किशोर को अपराधियों ने मारी गोली, पुलिस कर रही छापेमारी Bihar News: डीईओ साहब....संग्रामपुर ही नहीं तुरकौलिया ब्लॉक के 20 स्कूलों में भी बिना काम के 1 करोड़ की हुई निकासी ! प्रधानाध्यापक ही भ्रष्ट सिस्टम की खोल रहे पोल, जांच करायेंगे ?
1st Bihar Published by: Updated Tue, 04 Jan 2022 10:55:34 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप झेल रहे मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद विजिलेंस की परवाह नहीं है. अपने खिलाफ विजिलेंस की स्पेशल यूनिट की कार्यवाही के बावजूद वीसी डॉ राजेंद्र प्रसाद इसकी परवाह किए बगैर मेडिकल लीव पर है.
दरअसल, स्पेशल बिजली यूनिट ने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को पूछताछ के लिए 3 जनवरी की सुबह पटना स्थित ऑफिस में बुलाया था लेकिन कुलपति नहीं आए. ऐसे में बड़ा सवाल उठ रहा है कि आखिर भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद को कौन बैकअप दे रहा है. उनके माथे पर किसका हाथ है जिसकी वजह से वह विजिलेंस की पूछताछ में भी सहयोग नहीं कर रहे हैं.
भ्रष्टाचार के मामले में राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है. उनके ऊपर आय से अधिक संपत्ति के मामले में छापेमारी भी की जा चुकी है और कार्यवाही के बाद वीसी डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल लीव पर चले गए थे. इसकी जानकारी राजभवन की तरफ से दी गई थी. अब एक बार फिर वह 1 महीने की विस्तारित मेडिकल लीव पर हैं. 23 जनवरी को उनकी लीव की अवधि खत्म हो रही है, लेकिन वह विजिलेंस के साथ पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं.
उधर, मगध विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने वाली विजिलेंस की टीम ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार पुष्पेंद्र कुमार वर्मा, डॉक्टर जयनंदन प्रसाद सिंह लाइब्रेरी इंचार्ज और हिंदी डिपार्टमेंट के हेड प्रोफेसर विनोद कुमार और वीसी डॉ राजेंद्र प्रसाद के पीए और असिस्टेंट सुबोध कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
हालांकि अब तक राजेंद्र प्रसाद पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए हैं. माना जा रहा है कि कोई बड़ा संरक्षण होने के कारण वह अब तक के मेडिकल लीव पर हैं और विजिलेंस को सहयोग नहीं कर रहे हैं. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि वीसी डॉ राजेंद्र प्रसाद तब तक इस संरक्षण के बूते बच पाते हैं.