ARRAH: भोजपुर जिले के गिद्दा थाने के दारोगा का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें केस को रफा-दफा करने के लिए थाने का एएसआई उमाशंकर सहनी कपड़ा दुकानदार आफताब नामक युवक से पैसे की मांग फोन पर कर रहा है। इस वायरल ऑडियो में साफ तौर से सुना जा सकता है कि कैसे मर्डर केस को मैनेज करने के लिए पैसे की डिमांड की गयी। जिसमें दारोगा उमाशंकर सहनी यह स्वीकारते हुए युवक से कह रहा है कि तुमने मुझे बहुत जींस पहनाया है। तुम्हारे लिए हम इतना बड़ा रिस्क लिए है। तुम हमको फंसाएगा नहीं ना।
तो वहीं फोन पर बात करने वाले युवक आफताब ने कहा कि मैं वैसा व्यक्ति नहीं हूं सर जो आपको फंसा दूंगा। हालांकि इस वायरल ऑडियो की पुष्टि फर्स्ट बिहार नहीं करता है। इस मामले में पैसे के लेन-देन के बीच दारोगा ने अपने दूसरे साथी सुबोध सर का भी नाम लिया है। वायरल ऑडियो में थानाध्यक्ष उमूस सलमा का भी आवाज सुनाई दे रहा है।
सोशल मीडिया पर दारोगा का ऑडियो वायरल होने के बाद जब भोजपुर पुलिस अधीक्षक मिस्टर राज से बात की गई तो उन्होंने बताया की इस मामले की जांच का जिम्मा एएसपी परिचय कुमार को दिया गया है। जांच रिपोर्ट के आने से पहले इस संबंध में कुछ भी बोलना मुनासिब नहीं होगा।
दारोगा और युवक आफताब के बीच बातचीत का 3 ऑडियो क्लिप सामने आया है। पहला ऑडियो क्लिप 21 सेकंड का है दूसरा 11 सेकंड और तीसरा ऑडियो क्लिप 2 मिनट 17 सेकंड का है। पहले क्लिप में दारोगा उमाशंकर सहनी कहता है कि क्या आफताब आ गये..
युवक कहता है कि आ रहे हैं सर अभी बहन के यहां पैसे के उपाय करने आए है..फिर दारोगा कहता है इधरे आ जाइएगा प्रेम जी डेरा के तरफ,तब युवक ने कहा कि मैडम से पैसा कम करवाइये..जिसके बाद दारोगा कहता है सब बात फोने पर बतियाइएगा...
दूसरे ऑडियो क्लिप 11 सेकंड का है जिसमें दारोगा कहता है कि क्या आफताब कहां तक पहुंचे आओ ना जल्दी आयो ना...वही तीसरे ऑडियो क्लिप में दारोगा कहता है कि क्या आफताब तुम्हारा तो काम हो गया अब हम बैठे की जाए ई बोलो.
आफताब-मेरा काम खत्म कर दिये है. मेरे पास 20 हजार रूपया है
उमाशंकर सहनी- सुनो ना यार ई सब बात फोन पर काहे ला बतियाता है सुनो ना तुम हमको फंसाएगा क्या रे..तु है अभी कहा ..
आफताब-नहीं सर गद्दारी नहीं करेंगे। हम अभी नया वाला घर के पास है..
उमाशंकर सहनी- अच्छा पहले पैसा लेकर सुबोध सर के डेरा पर आयो..
आफताब-सुबोध सर इतना खराब बात बोले है कि तु आ रहा है कि उठाकर लाए तुमको
उमाशंकर सहनी- सुन ना हमको निकलना है हम पूरा थक गये हैं हमको सोने जाना है...
आफताब-आधा से एक घंटे में हम आपके पास आ रहे हैं मेरा भईया आ रहा है दुकान बढ़ाकर आपके पास आ रहे हैं.
उमाशंकर सहनी-देख भाई तु फसाएगा नहीं ना..तेरा रिस्क हम लिये है।
आफताब- हम फंसाएगे नहीं सर आपको निफिक्र रहिये हम भले आपको दो चार रूपया कम देंगे लेकिन फंसाने का काम नहीं करेंगे।
उमाशंकर सहनी-हम इ सब में नहीं है भाई तू साला जिंस पहना पहना कर हमारा दिल जीत लिया।
आफताब- 10 गो स्पारकी का जिंस भेजवा दे का सर..
उमाशंकर सहनी-इसीलिए हम ज्यादा व्यक्तिगत लगाव नहीं रखते हैं यार..
आफताब- एक चीज आप लोग से सीख मिल गया कि मेरा एक पैर थाना में रहता है और एक पैर घर में रहता है। हर मैडम का काम करते थे। हम गुनाह नहीं किये है।
उमाशंकर सहनी- आज वही देन है कि आज तू पार हो रहा है। थाना पर आएंगे तो फांसी पर भी चढा देंगे तब कहेंगी कि हम गुनाह नहीं किये है। तु आयो समझाते है..नाम दे दिया तो क्या करोंगे तुमको कुछ होने नहीं ना दिये। आयो जल्द हम डेरा पर जा रहे हैं।