नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग! Life Style: हार्ट अटैक से पहले आपका शरीर देता है कई संकेत, अगर यह परेशानी है तो तुरंत टेस्ट कराएं सजना-संवरना बन गया बड़ी मुसीबत: पत्नी ने कराया फेसियल, तो पति ने ससुराल में ही कर दिया बड़ा कांड CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला? CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला? Bihar Politics: तेजस्वी यादव का कलेजा क्यों फट रहा..? बिहार BJP ने किया खुलासा
DESK : बद्रीनाथ धाम के कपाट रविवार की सुबह छह बजे पूरे विधि-विधान, वैदिक मंत्रोच्चार और 'बद्री विशाल लाल की जय' के नारों के साथ सेना के बैंड की मधुर धुनों के बीच श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इसके साथ ही चारधाम यात्रा पूर्ण स्वरूप को प्राप्त कर ली है।
श्री बद्रीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति ने इसकी सभी तैयारियां पूरी करते हुए मंदिर की 15 क्विंटल फूलों से भव्य सजावट की गई है। कपाट खुलने के मौके पर अखंड ज्योति के दर्शन को लेकर तीर्थ यात्रियों में भारी उत्साह है।
गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार को ही खोल दिए गए थे। इससे पहले शनिवार को भगवान बदरी नारायण के प्रतिनिधि उद्धवजी, देवताओं के खजांची कुबेरजी व गरुड़ महाराज की डोली के साथ आदि शंकराचार्य की गद्दी व गाडू घड़ा (तेल कलश) यात्रा पांडुकेश्वर स्थित योग ध्यान बदरी मंदिर से बदरीनाथ धाम पहुंच गई।
कपाट खुलने पर मुख्य पुजारी मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करेंगे और फिर वहां विराजमान माता लक्ष्मी के विग्रह को परिक्रमा स्थल स्थित लक्ष्मी मंदिर में विराजमान करेंगे। इसके बाद उद्धवजी व कुबेरजी गर्भगृह में विराजेंगे। सुबह छह बजे भगवान बदरी विशाल की चतुर्भुज मूर्ति से घृत कंबल को अलग कर अभिषेक के पश्चात उनके श्रृंगार दर्शन होंगे और संपूर्ण बदरी पंचायत उद्धवजी, कुबेरजी, नारदजी, नर और नारायण के दर्शन शुरू हो जाएंगे।
उधर, परंपरा के अनुसार जोशीमठ से 25 किमी दूर सुभांई गांव (तपोवन) में स्थित भविष्य बदरी धाम और उर्गम घाटी में स्थित बंशी नारायण के कपाट भी बदरीनाथ धाम के साथ ही खोले जाएंगे। इसी के साथ बदरीनाथ धाम मंदिर स्थित गणेशजी, घंटाकर्णजी, आदि केदारेश्वरजी, आदि गुरु शंकराचार्य मंदिर, माता मूर्ति मंदिर के कपाट भी खुल जाएंगे।