नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग! Life Style: हार्ट अटैक से पहले आपका शरीर देता है कई संकेत, अगर यह परेशानी है तो तुरंत टेस्ट कराएं सजना-संवरना बन गया बड़ी मुसीबत: पत्नी ने कराया फेसियल, तो पति ने ससुराल में ही कर दिया बड़ा कांड CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला? CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला? Bihar Politics: तेजस्वी यादव का कलेजा क्यों फट रहा..? बिहार BJP ने किया खुलासा Vande metro train Bihar: बिहार को मिलेगी पहली वंदे मेट्रो, पटना से इस रूट पर दौड़ेगी नमो भारत ट्रेन...PM मोदी 24 अप्रैल को दिखाएंगे हरी झंडी!
DESK : हर साल मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी को गीता जयंती मनाई जाती है। यह भगवद्गीता के प्राकट्य का पर्व है, जब भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्धक्षेत्र कुरुक्षेत्र में अर्जुन को उपदेश दिया था। एक पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने इसी दिन कुरुक्षेत्र की रणभूमि पर अर्जुन को भगवद्गीता का दिव्य उपदेश दिया था।
यह उपदेश अर्जुन की मानसिक दुविधा को दूर करने और उसे धर्म और कर्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने के लिए दिया गया था। श्रीकृष्ण ने महाभारत की रणभूमि में अर्जुन को आत्मा, धर्म, कर्म, भक्ति, ज्ञान, और मोक्ष के गूढ़ रहस्यों के बारे में समझाया था, जिसमें मुख्य रूप से निम्नलिखित संदेश दिए गए थे।
कर्म करो और फल की चिंता मत करो- श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा था कि व्यक्ति को बिना फल की अपेक्षा किए अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। आत्मा अमर है- श्रीकृष्ण ने कहा था कि शरीर नश्वर है, लेकिन आत्मा अविनाशी और शाश्वत है।समर्पण और भक्ति का महत्व- इस दिन श्रीकृष्ण ने अर्जुन को भगवान पर पूर्ण विश्वास रखने और मोक्ष के लिए समर्पण का महत्व समझाया था। योग और ध्यान का महत्व- श्रीकृष्ण ने कहा था कि मन की स्थिरता और आत्मा की शुद्धि के लिए योग का अभ्यास जरूरी है।
आपको बताते चलें कि गीता जयंती के दिन गीता के श्लोकों का पाठ करना और उनके अर्थ पर चिंतन करना शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की आराधना और ध्यान से मन को शांति मिलती है। इसके साथ ही मंदिरों में गीता जयंती के उपलक्ष्य में प्रवचन, कीर्तन और कथा का आयोजन किया जाता है।
इस दिन जरूरतमंदों को दान करना और सेवा कार्य करना पुण्यदायक माना जाता है।