KHAGADIYA : बिहार के खगड़िया के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का एक लेटर तेजी से सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस पत्र में डीईओ ने लिखा है कि, वो फरवरी महीने में उनके साथ हुई घटना को लेकर काफी डरे सहमे रहने लगे हैं। उनकी तबियत भी काफी खराब रहने लगी है। इसको लेकर जब उन्होंने डॉक्टरों से सलाह ली तो कहा गया की आप बाइक नहीं चला सकते। जिसके कारण वो उनके प्रखंड के अंतर्गत आने वाले स्कूलों का निरीक्षण नहीं कर पाते हैं। ऐसे में अब एक टीचर को उनके स्वास्थ्य सही होने तक बाईक चलाने हेतु एवं अन कार्य के लिए प्रतिनियुक्त किया जाता है।
अब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ( बीईओ) खुद विवाद में उलझ गए हैं। मामला शिक्षक को अपना ड्राइवर बनाने से जुड़े एक पत्र का है। जिसमें बीईओ ने आदेश जारी किया है कि उनकी बिगड़ी सेहत को देखते हुए एक शिक्षक को बाइक चलाकर उन्हें स्कूल ले जाने की जिम्मेवारी सौंपी गई है। अब यह पत्र बाहर आया है। जिससे घमासान मचा है। पत्र में बीइओ की ओर से फरमान जारी किया गया है कि उनकी सेहत सही नहीं है और बीते 4 फरवरी की घटना के बाद डॉक्टर ने सलाह दिया है कि वो बाइक खुद नहीं चलाएं।
वहीं, बीइओ के इस आदेश पत्र पर अब शिक्षकों के बीच आक्रोश है। इसको लेकर शिक्षक संघ का कहना है कि, इस तरह शिक्षक को ड्राइवर की ड्यूटी लगा देना कहीं से उचित नहीं है। शिक्षक का ये अपमान है। इसकी जांच सरकार कराए और अगर ये सही है तो अविलंब कठोर कार्रवाई की जाए। नहीं तो पूरे बिहार में शिक्षक सभी प्रकार के काम रोक देंगे।
इधर, इस पूरे मामले पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी। वहीं डीइओ के द्वारा इस मामले को लेकर बीइओ को शो कॉज किए जाने की भी सूचना है। बताया जा रहा है कि, बीइओ को 24 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा गया है। हालांकि पूरे मामले की जांच अभी बाकी है। लेकिन शिक्षकों के बीच ये पत्र जमकर वायरल हो रहा है। बीइओ ने पत्र के द्वारा आदेश जारी किया है कि वो खुद बाइक नहीं चला सकते इसलिए प्रखंड के स्कूलों का निरीक्षण समय पर करने में असमर्थ हैं। इससे विभाग का अनुपालन समय पर नहीं हो पा रहा है।