बेगूसराय में गंगा नदी पर बनेगा एक और पुल; सांसद गिरिराज सिंह ने दी खुशखबरी, NHAI ने कर दी है अनुशंसा

बेगूसराय में गंगा नदी पर बनेगा एक और पुल; सांसद गिरिराज सिंह ने दी खुशखबरी, NHAI ने कर दी है अनुशंसा

BEGUSARAI : बेगूसराय जिलावासियों को गंगा नदी पर एक नये पुल का तोहफा मिलने वाला है। गंगा पार बसे बेगूसराय जिला के शाम्हो दियारा वासियों के लिए अच्छे दिन आने वाले हैं। शाम्हो और मटिहानी के बीच गंगा नदी पर जल्द ही नया पुल बनाने की उम्मीदें जग गयी हैं। NHAI ने नये पुल की अनुशंसा की है।


केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद गिरिराज सिंह ने यह जानकारी मंगलवार को दी है। इसमें उन्होंने कहा है कि मटिहानी-शाम्हो पुल के लिए डीपीआर/फिजिबिलिटी देखने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा अनुशंसा किया गया है। एनएचएआई ने अनुशंसा किया है कि हाथीदह में पुराने पुल के बगल में गंगा नदी पर नया पुल बन रहा है तथा मुंगेर में बनकर तैयार पुल के पहुंच पथ का निर्माण हो रहा है। सूर्यगढ़ा और शाम्हो इन दोनों पुल के बीच में पड़ता है तथा दोनों पुल से इसकी दूरी अधिक है। भौगोलिक अध्ययन से यह स्पष्ट हुआ है कि प्रस्तावित पुल के बन जाने से एक बड़े इलाके का औद्योगिक नगरी बेगूसराय से सुगम संपर्क स्थापित हो जाएगा तथा इससे पिछड़े इलाके के विकास में सहायता मिलेगी। इसलिए फिजिबिलिटी/डीपीआर कंसल्टेंट की नियुक्ति की जा सकती है ताकि दो या चार लेन पुल के लिए डीपीआर बनाया जा सके।


प्रस्तावित पुल सूर्यगढ़ा में लखीसराय मुंगेर एनएच-80 और बेगूसराय में एनएच-31 से जोड़ेगा। बताते चलें कि बेगूसराय जिला का शाम्हो प्रखंड गंगा के पार पड़ता है। यहां से लोगों को अनुमंडल मुख्यालय, जिला मुख्यालय, कोर्ट एवं अस्पताल आने के लिए सिर्फ नाव का ही सहारा है। सड़क मार्ग से आने के लिए 70 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करनी पड़ती है। दियारा हलाके का जिला मुख्यालय से सीधा संपर्क नहीं होने के कारण विकास पूरी तरह से अवरुद्ध है तथा स्थानीय लोग लंबे समय से पुल की मांग करते आ रहे हैं।


लोकसभा चुनाव के समय भी यह मुद्दा जोर-शोर से उठा था। जिसके बाद राज्यसभा सांसद प्रो. राकेश सिन्हा ने जहां इस मामले को सदन में रखा था। राकेश सिन्हा ने पुल बनाने की मांग को लेकर  केंद्रीय मंत्री  नितिन गडकरी को पत्र लिखा था। उसी पत्र के आलोक में नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को आवश्यक कार्यवाही का निर्देश दिया था।  वहीं, गिरिराज सिंह ने प्रशासनिक स्तर पर पहल तेज कर दी थी।