बड़बोले मंत्री के बयानों से फंसी RJD तो चंद्रशेखर ने मारा यू-टर्न: खुद को बताया रामभक्त, कहा-मंदिर से नहीं मोदी से बैर

बड़बोले मंत्री के बयानों से फंसी RJD तो चंद्रशेखर ने मारा यू-टर्न: खुद को बताया रामभक्त, कहा-मंदिर से नहीं मोदी से बैर

PATNA: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर लगातार हिन्दू धर्म को लेकर अपने विवादास्पद बयानों के कारण चर्चे में रहे हैं. लेकिन मंत्री के ताजा बयान ने RJD को फंसा दिया. सोमवार को खबर आयी कि मंत्री चंद्रशेखर ने अयोध्या के राम मंदिर का विरोध करते हुए कहा है कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है, स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है. चंद्रशेखर के इस बयान के बाद भारी विवाद खड़ा हो गया. आज मंत्री ने यू टर्न मारा. कहा-मैं तो रामभक्त हूं. मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर चलाया गया है. मैं वैसे मीडिया संस्थानों पर केस करूंगा जिन्होंने मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर चलाया है.


अब इसके पीछे की कहानी जान लीजिये. मंत्री चंद्रशेखर के बयानों ने उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल को फंसा दिया है. लिहाजा उपर से फरमान आया कि मीडिया के सामने सफाई दो. मंत्री ने शाम 6 बजे सिर्फ सफाई देने के लिए प्रेस कांफ्रेंस बुलायी. उससे पहले वे अपनी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में पहुंचे. वहां राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने डेढ़ घंटे तक उन्हें ट्रेनिंग दी. उसके बाद मंत्री अपने आवास पर पहुंचे और मीडिया से मुखातिब हुए.


मंत्री चंद्रशेखऱ ने मीडिया से कहा-मैंने मंदिर को लेकर कोई बयान नहीं दिया. हमारी पार्टी के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने सावित्री बाई फूले की बातों को दुहराया था कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता होता है, स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है. चंद्रशेखर ने कहा कि मैंने तो सिर्फ इतना कहा था कि विधायक फतेह बहादुर सिंह की बातों का मैं समर्थन करता हूं. लेकिन मीडिया ने मेरी बातों को तोड़ मरोड़ कर चला दिया.


रामभक्त हैं चंद्रशेखर

मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि मैं तो खुद मर्यादा पुरूषोत्तम राम का भक्त हूं. मगर मैं उस राम का भक्त हूं जो शबरी के जूठे बेर खाते थे, जो अहिल्या के तारणहार थे. मैंने कभी राम का विरोध नहीं किया. शिक्षा मंत्री ने कहा कि मेरे घर में प्रभु राम की तस्वीर लगी है. उन्होंने मीडिया को दिखाया कि मेरे घर में सिंहेश्वर के शिव मंदिर की भी तस्वीर लगी है. 


मंदिर नहीं मोदी से बैर

चंद्रशेखर ने कहा कि उन्हें राम मंदिर से बैर नहीं है. उन्हें तो भाजपा और नरेंद्र मोदी से बैर है जो राम को राजनीतिक रूप से बेच रहे हैं. नकली हिन्दूवाद औऱ नकली राष्ट्रवाद के नाम पर देश पर कब्जा करने वाले से है. मंदिर बनने से रोजगार मिलेगा क्या? रोजगार कहां है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि वे ऐसे लोगों पर हमला कर रहे हैं.


बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर मंत्री बनने के बाद से ही लगातार हिन्दू धर्म के खिलाफ बयान दे रहे हैं. राजद उनका समर्थन करती है. चंद्रशेखर के एक बयान पर जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एतराज जताया था तो वे मुख्यमंत्री से ही भिड़ गये थे. उस प्रकरण में तेजस्वी यादव अपने मंत्री के साथ खड़े थे. लेकिन अब राजद को लग रहा है कि शिक्षा मंत्री का बयान राजनीतिक तौर पर मंहगा पड़ सकता है. लिहाजा आज उनसे सफाई दिलवायी गयी.