बैग में शराब रखकर यदि बिहार ले जा रहे है तो सावधान, ऐसा किया तो पकड़ लेगी 'लाली'

बैग में शराब रखकर यदि बिहार ले जा रहे है तो सावधान, ऐसा किया तो पकड़ लेगी 'लाली'

DESK: बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है इसके बावजूद शराब तस्कर अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। शराब की तस्करी के लिए वे कई तरह के हथकंडे आए दिन अपना रहे हैं। सड़क और रेल मार्ग से शराब की तस्करी की जा रही है। सड़क मार्ग से बिहार जाने वाले तस्कर यूपी-बिहार सीमा पर पकडे़ जाने लगे तो ट्रेनों के जरिए तस्करी इन्होंने शुरू कर दी। इसे लेकर अब रेल प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। यही कारण है कि अब ट्रेनों की शराब तस्करी को रोकने के लिए पुलिस अब लाली की मदद ले रही है। लाली का नाम सुनते ही आप भी हैरान हो गये होगे कि आखिर यह लाली है कौन? 

 

कौन है लाली?

दरअसल लाली कोई महिला या युवती नहीं बल्कि डॉग टीम की सदस्य है जिसे लाली कहकर पुकारते है। लाली ट्रेनों में सफर करने वाले शराब तस्करों को पकड़ने में पुलिस की मदद करती है। रेलवे पुलिस के जवान और पदाधिकारी के साथ स्निफर डॉग लाली को भी लगाया गया है। स्निफर डॉग लाली बैग को सूंघ कर ही पता लगा लेगी कि बैग के अंदर शराब है या नहीं। होली के त्योहार में कई लोग अपने संबंधियों को उपहार में शराब भी भेंट करते हैं। ऐसे लोगों पर आरपीएफ ने पूरी तरह नकेल कसने का इंतजाम किया है। उनकी जांच के लिए लाली को लगाया गया है वही कई स्टेशनों पर भी चौकसी बढ़ा दी गयी है। 


रेलवे पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने छपरा जंक्शन पर स्निफर डॉग लाली को प्रतिनियुक्त किया है। उन्होंने बलिया, गोरखपुर, देवरिया, सिवान आदि स्टेशनों पर भी विशेष नजर रखने की व्यवस्था की है। बलिया स्टेशन पर भी बिहार से आरपीएफ के एक इंस्पेक्टर और चार सिपाही को बलिया की टीम के साथ ट्रेनों में संदिग्ध लोगों पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गयी है। होली को लेकर बिहार और यूपी दोनों तरफ की टीम एक साथ काम कर रही है। स्टेशन और ट्रेनों में संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जा रही है। छपरा की एक टीम कई दिनों से बलिया स्टेशन पर रह कर काम रही है। स्निफर डॉग लाली भी अपना काम बखूबी कर रही है। इन दिनों लाली की नजर शराब की बोतलों पर है जो हर आने जाने लोगों के बैग को सुंघ कर यह मालूम करती है कि किस बैग में शराब है या किस में नहीं। लाली की चर्चा हर किसी के जुबां पर हैं।