आस्था को ठेस पहुंचाना ठीक नहीं, चिराग पासवान बोले- समाज में असंतोष फैलाना चाह रहे मांझी

आस्था को ठेस पहुंचाना ठीक नहीं, चिराग पासवान बोले- समाज में असंतोष फैलाना चाह रहे मांझी

PATNA: रावण को भगवान राम से बेहतर बताकर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने बिहार की सियासत को एक बार फिर गर्म कर दिया है। मांझी के इस बयान के बाद बिहार की तमाम विपक्षी पार्टियां हमलावर हो गई है। बीजेपी के बाद अब लोजपा (रामविलास) ने भी मांझी के बयान पर आपत्ति जताई है। लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि मांझी को किसी की आस्था को ठेस पहुंचाने का कोई अधिकार नहीं है। इस तरह की बातें कुरेद कर पूर्व सीएम समाज असंतोष पैदा करना चाहते हैं, जो कहीं से भी ठीक नहीं है। वहीं इस दौरान चिराग पासवान ने रोजगार समेत अन्य मुद्दों पर महागठबंधन की सरकार को घेरा और कहा कि बिहार में किसी भी वक्त मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं।


पटना पहुंचे चिराग पासवान ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय रखी। इस दौरान रोजगार के मुद्दे पर चिराग ने महागठबंधन की सरकार को घेरते हुए कहा कि नीतीश सरकार ने बिहार के 20 लाख युवाओं को रोजगार देने की घोषणा की है। नीतीश कुमार इस बात को अच्छी तरह से जान रहे हैं कि जिस तरह से इनके सहयोगी दल उनके ऊपर दबाव बना रहे हैं, बिहार में किसी भी वक्त मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं। इसलिए सरकार की तरफ से सिर्फ घोषणाएं की जा रही हैं लेकिन उन घोषणाओं को पूरा नहीं किया जा रहा है। पिछले 18 साल से मुख्यमंत्री रहने के बाद भी नीतीश कुमार को सिर्फ घोषणाएं ही करनी है तो भगवान ही मालिक है। जब कोई रोजगार मांगने जाता है तो उसपर लाठियां बरसाई जाती हैं। नीतीश कुमार की सरकार जो वादे कर रही है अगर उसे पूरा कर दे तो उनका स्वागत करेंगे। नीतीश अपने वादों को पूरा नहीं कर पा रहे है इसीलिए उनपर से जनता का भरोसा उठता जा रहा है। 


इस दौरान चिराग ने मांझी के उस बयान पर हमला बोला जिसमें जीतनराम मांझी ने रावण को भगवान राम से महान बताया था। चिराग ने कहा कि राम का रहना या नहीं रहना एक आस्था का विषय है। किसी व्यक्ति की आस्था को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए।एक राजनीतिक दल होने के नाते सबकी भावनाओं का सम्मान करना आपका दायित्व होता है। राजनेता होने के जनता की सेवा करना आपका काम होता है ना कि इस तरह की बातों को छोड़कर किसी की भावना को ठेस पहुंचाना। राम बड़े थे या रावण बड़े थे, इस तरह की बातों को करने का कोई औचित्य नहीं है। आप सरकार के हिस्सा है, आप लोगों के लिए रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, अपराध मुक्त समाज बनाने के लिए काम करें। पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं जीतन राम मांझी फिर भी इस तरह की बातें कुरेद कर समाज असंतोष पैदा करना कहीं से ठीक नहीं है।


वहीं बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर चिराग ने महागठबंधन की सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला। चिराग ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही घूम-घूमकर लोगों को जंगलराज के बारे में बताया था। आज के युवा को फर्क नहीं पड़ता कि बीस साल पहले का जंगलराज कैसा था लेकिन हाल के दिनों में जिस तरह से अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं वह दर्शाता है कि अगर जंगलराज की कोई परिभाषा है तो वह आज की स्थिति है। इसके आलावा चिराग ने विभिन्न मुद्दों पर बेवाकी से अपनी राय रखी।