NAWADA: अपनी मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ता 12 जुलाई से ही हड़ताल पर है। आशा कार्यकर्ताओं ने आज नवादा समाहरणालय का घेराव कर दिया। समाहरणालय के मुख्य गेट पर बैठकर आशा कार्यकर्ता प्रदर्शन करने लगी। इस दौरान कई अधिकारियों को समाहरणालय में प्रवेश करने नहीं दिया गया। यहां तक कि नवादा एसपी की गाड़ी को समाहरणालय में घुसने से रोका गया।
काफी मशक्कत के बाद सुरक्षा कर्मियों ने एसपी की गाड़ी को समाहरणालय में प्रवेश कराया। इस दौरान पुलिस कर्मियों और आशा कार्यकर्ताओं के बीच बकझक होने लगी। आशा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के कारण समाहरणालय में आने वाले लोगों, पदाधिकारी और अधिकारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ गया। नवादा सदर अस्पताल से आशा कार्यकर्ता समाहरणालय का घेराव करने पहुंची थी।
आशा कार्यकर्ताओं ने इस मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आशा कर्मियों का कहना था कि मौजूदा सरकार स्वास्थ्य को लेकर गंभीर नहीं है। यही कारण है कि उनकी इस समस्या का समाधान आज तक नहीं निकाला गया है। इस ओर ना तो मुख्यमंत्री का ध्यान और ना ही स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव की ही नजर है। जबकि जमीनी स्तर पर आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका काफी अहम है।
बता दें कि अपनी मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ता पिछले एक महीने से हड़ताल पर है। जिसके कारण अस्पतालों में इसका खासा असर देखने को मिल रहा है। आशा कार्यकर्ताओं ने सरकार से मांगे पूरी करने की बात दोहराई है। कहा है कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगी।