राहत पर सियासत : रविशंकर और नीतीश के अपने-अपने दावे, शिवानंद ने घेरा

राहत पर सियासत : रविशंकर और नीतीश के अपने-अपने दावे, शिवानंद ने घेरा

PATNA : बिहार में आपदा के बीच राहत को लेकर सियासत शुरू हो गई है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद रविवार की शाम पटना पहुंचे थे और आज उन्होंने पटना के जलजमाव वाले इलाकों का दौरा किया। आपदा से प्रभावित लोगों से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब के सांसद ने यह दावा किया कि उनकी पहल पर फरक्का बराज के सभी गेट खोले गए। इतना ही नहीं एनडीआरएफ से लेकर वायु सेना के चॉपर मुहैया कराने तक के लिए उन्होंने पहल की।

हालांकि रविशंकर प्रसाद के इस दावे के पहले ही नीतीश कुमार की तरफ से यह बताया जा चुका है कि प्रधानमंत्री कार्यालय के पहल पर फरक्का बराज के सभी गेट खोले गए। अगर फरक्का बराज के गेट नहीं खोले जाते तो बिहार भीषण बाढ़ की चपेट में होता। आपको बता दें कि सीएम नीतीश ने फरक्का बराज का गेट खोलने के लिए पहले जल शक्ति मंत्रालय से संपर्क किया था लेकिन जब सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय से संपर्क साधा। पीएम नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे पर थे लिहाजा पीएम के प्रधान सचिव से नीतीश कुमार की बातचीत हुई। जिसके बाद फरक्का बराज का गेट खोला गया। बिहार में बिगड़ते हालात को देखते हुए नीतीश कुमार ने रविवार को भी केंद्र सरकार के पास का त्राहिमाम संदेश भेजा था जिसके बाद केंद्र की तरफ से वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर राहत के लिए भेजे गए।

राहत में क्रेडिट को लेकर रविशंकर प्रसाद नीतीश कुमार के सामने आ खड़े हुए हैं। ऐसे में विपक्ष को चुटकी लेने का मौका मिल गया है। आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने रविशंकर प्रसाद और नीतीश कुमार के दावों के बीच यह सवाल खड़ा किया है कि फरक्का बराज का गेट किसके कहने पर खोला गया। जाहिर है बिहार फिलहाल आपदा का सामना कर रहा है लेकिन जैसे-जैसे यह संकट टलेगा सियासत वैसे-वैसे ऊपर आएगी।