Boycott Turkish Products: भारत में शुरू हुआ तुर्की का आर्थिक बहिष्कार, 2023 में हमारी दरियादिली देखी, अब भुगतो नाराजगी बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: मुजफ्फरपुर में जमीन कारोबारी की हत्या, दूसरे की हालत गंभीर CBSE Board 12th Result 2025: गोल इंस्टीट्यूट के छात्र-छात्राओं ने लहराया परचम PATNA: बिहार के शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के लिए अच्छी खबर, वेतन भुगतान के लिए 28 अरब से अधिक की राशि जारी Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Patna News: पटना में लेडीज स्पेशल पिंक बस के परिचालन का मार्ग निर्धारित, जानिए.. किराया और रूट Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत Bihar News: अब विदेशी भाषा सीखेंगे बिहार के छात्र, राज्यभर के 15 इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई शुरुआत Operation Sindoor: बिहार के लाल शहीद रामबाबू सिंह ने देश के लिए लुटा दी जान, हाल ही में हुई थी शादी; बॉर्डर पर चलाते थे एयर डिफेंस सिस्टम s 400 Operation Sindoor: बिहार के लाल शहीद रामबाबू सिंह ने देश के लिए लुटा दी जान, हाल ही में हुई थी शादी; बॉर्डर पर चलाते थे एयर डिफेंस सिस्टम s 400
1st Bihar Published by: Updated Thu, 27 Oct 2022 09:03:46 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार की दो विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव की प्रक्रिया चल रही है। मोकामा और गोपालगंज में बीजेपी के उम्मीदवारों की टक्कर आरजेडी के कैंडिडेट से है। सबकी नजर मोकामा सीट पर टिकी है, यहां अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी आरजेडी की उम्मीदवार हैं। नीलम देवी के लिए चुनाव प्रचार करने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह बुधवार को मोकामा पहुंचे थे और अब नीतीश–तेजस्वी की साझा जनसभा की खबरें सामने आ रही है लेकिन नीतीश कुमार का कार्यक्रम अब तक नहीं हुआ है। पहले चर्चा यह थी कि नीतीश कुमार आज यानी गुरुवार को तेजस्वी यादव के साथ मोकामा में जनसभा को संबोधित करेंगे लेकिन यह कार्यक्रम फाइनल नहीं हो पाया। तेजस्वी यादव आज दिल्ली से पटना पहुंचने वाले हैं लेकिन नीतीश कुमार के कार्यक्रम को लेकर कोई अधिकारिक जानकारी अब तक के साझा नहीं की गई। ऐसे में नीतीश के दौरे को लेकर संशय बना हुआ है।
मोकामा से किनारा करेंगे नीतीश?
नीतीश कुमार की चुनावी जनसभा को लेकर जिस तरह सस्पेंस बना हुआ है। इस सबके बीच अंदरखाने की खबर कुछ और है। दरअसल नीतीश कुमार किसी भी हाल में अनंत सिंह की पत्नी के लिए चुनाव प्रचार नहीं करना चाहते। सहयोगी दल आरजेडी के दबाव में नीतीश अगर यह फैसला करते भी हैं तो उनके लिए एक राजनीतिक मजबूरी होगी, हालांकि नीतीश कुमार किसी न किसी बहाने मोकामा से दूर रहना चाहते हैं। जानकार मानते हैं कि नीतीश कुमार अनंत सिंह से जिस तरह दूरी बना चुके हैं उसके बाद वह अपने आपको शायद ही मोकामा में नीलम देवी के लिए खड़ा करें। फर्स्ट बिहार को जानकार सूत्रों से जो खबर मिली है उसके मुताबिक के नीतीश कुमार मोकामा से दूरी के लिए अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दे सकते हैं। नीतीश कुमार ने बुधवार को पटना में मीडिया के सामने अपने पेट में लगी चोट को दिखाया था। नीतीश कुमार पिछले दिनों जब छठ घाट का निरीक्षण कर रहे थे तो उनकी स्ट्रीमर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस दौरान नीतीश कुमार के पेट में चोट आई थी। नीतीश कुमार ने कल खुले तौर पर इसकी जानकारी दी और अपना कुर्ता ऊपर उठाकर चोट भी दिखाया था। नीतीश कुमार ने कहा था कि उनके पेट में चोट है, इसलिए गाड़ी में आगे नहीं बैठ पा रहे हैं। सीट बेल्ट लगाने में भी परेशानी है, ऐसे में नीतीश कुमार अगर हेलीकॉप्टर के जरिए मोकामा जाते हैं तो उन्हें सीट बेल्ट लगाना होगा। सीट बेल्ट अगर नहीं लगाया तो वह हेलीकॉप्टर से मोकामा नहीं जाएंगे। सड़क मार्ग से भी नीतीश के जाने में परेशानी है क्योंकि उनके पेट में चोट है, नीतीश कुमार खुद इस बात की जानकारी दे चुके हैं। ऐसे में यह सवाल पैदा होता है कि क्या नीतीश के पेट में लगी चोट उन्हें मोकामा से दूर कर देगा?
ललन सिंह की फजीहत भी कारण
नीतीश कुमार और अनंत सिंह के बीच रिश्ते कभी बेहद खास हुआ करते थे। अनंत सिंह की गिनती नीतीश के चहेते विधायकों में होती थी लेकिन 2015 विधानसभा चुनाव में सब कुछ बदल गया। नीतीश कुमार और ललन सिंह से अनंत सिंह का संबंध ऐसा बिगड़ा की अनंत सिंह के खिलाफ नए पुराने मुकदमे खुल गए। अनंत सिंह को जेल जाना पड़ा। उनके घर पर छापेमारी हुई और एक मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद अनंत सिंह की विधायकी चली गई। अनंत सिंह की विधायकी जाने के बाद मोकामा में उप चुनाव हो रहा है, लेकिन बिहार में इस बीच राजनीतिक समीकरण बदल गया। अब अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी उसी गठबंधन की उम्मीदवार हैं जिस गठबंधन में नीतीश शामिल हैं। ऐसे में नीलम देवी की उम्मीदवारी का समर्थन करना नीतीश और ललन के लिए राजनीतिक मजबूरी है। ललन सिंह ने बुधवार को नीलम देवी के लिए मोकामा में रोड शो किया था। इस दौरान उन्हें सीधे–सीधे सवाल भी हुआ कि आखिर 2020 के विधानसभा चुनाव में अनंत सिंह का विरोध कर रहे थे, उनकी पत्नी के लिए अब किस मुंह से वोट मांग रहे हैं? ललन सिंह की फजीहत को देखते हुए भी नीतीश कुमार मोकामा से दूरी बना सकते हैं। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि नीतीश कुमार अपनी किरकिरी नहीं कराना चाहते। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते ललन सिंह प्रचार कर चुके हैं ऐसे में गठबंधन धर्म वाला मैसेज भेज दिया जा चुका है। नीतीश अगर चोटिल हैं और वह सफर करने में असमर्थता जाहिर करते हैं तो जाहिर तौर पर मोकामा में अनंत सिंह की पत्नी के लिए प्रचार करने नहीं जाएंगे, हालांकि नीतीश के फैसले का ही सबको अंतिम तौर पर इंतजार है।