PATNA: डीएम हत्याकांड में उम्र कैद की सजा पाने वाले बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई पर पूरे देश में सियासी घमासान मचा है. लेकिन बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने इस मसले पर चुप्पी साध ली है. लेकिन उनकी पार्टी के प्रवक्ता ने कहा है-आदरणीय आनंद मोहन जी ने आदर्श प्रस्तुत किया है इसलिए उन्हें रिहा किया जाना जरूरी है.
तेजस्वी की चुप्पी?
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव आज अचानक से दिल्ली दौरे पर रवाना हुआ. पटना एयरपोर्ट पर मीडिया ने उन्हें रोका. सवाल पूछा गया-आनंद मोहन की रिहाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं. तेजस्वी यादव ने कहा-हमको कुछ नहीं बोलना. तेजस्वी यादव ने इसके बाद कहा कि वे फ्लाइट के लिए लेट हो रहे हैं. फिर एयरपोर्ट के अंदर चले गये. बता दें कि तेजस्वी यादव की पार्टी से आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद विधायक हैं. वहीं, आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद भी राजद की ही नेत्री हैं. इसके बावजूद तेजस्वी ने आनंद मोहन की रिहाई के मामले में अब तक कुछ नहीं बोला है.
राजद के प्रवक्ता का गुणगान
वैसे राजद के प्रवक्ता आनंद मोहन की रिहाई को पूरी तरह से सही फैसला बता रहे हैं. राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा-आदरणीय आनंद मोहन जी ने पूरे नियम, कायदे, कानून के साथ पूरी सजा काटी. जेल में जो उनका व्यवहार रहा, सभ्य नागरिकों की तरह उन्होंने वहां पुस्तकें लिखी. उन्होंने आदर्श प्रस्तुत किया. जेल में रहकर भी उन्होंने जिस तरीके से नियम, कायदे, कानून को माना. इसलिए उन्हें रिहा किया गया. इसको लेकर जो सवाल खड़े किये जा रहे हैं वह समझ में नहीं आता है.
बता दें कि आनंद मोहन को जेल से रिहा करने के बिहार सरकार के फैसले पर विवाद बढ़ता जा रहा है. अब स्व. जी. कृष्णैया की पत्नी औऱ बेटी मीडिया के सामने आयी हैं. उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा है-क्या यही इंसाफ है कि एक दलित और इमानदार अफसर के हत्यारे को जेल से छोड़ा जा रहा है. क्या जी. कृष्णैया का कसूर यही था कि वे बिहार में काम करने गये थे. दिवंगत डीएम की पत्नी ने कहा है कि वे बिहार सरकार के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने पर विचार कर रही हैं.
जी.कृष्णैया की पत्नी टी. उमा देवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नीतीश जी को अच्छा लोग नहीं मिला होगा इसलिए क्रिमिनल आनंद मोहन को रिहा कर रहे हैं. ऐसा आदमी जेल से छूट गया तो सारे क्रिमिनल को बढ़ावा मिलेगा. मेरे पति के हत्यारे को फांसी होनी चाहिये या उसको जिंदगी भर जेल में रहना चाहिये. उमा देवी ने नीतीश कुमार से कहा है-क्या यही इंसाफ है, केवल अपनी राजनीति मत सोचिये, पब्लिक के बारे में सोचिये. अपनी सरकार को बनाने के लिए आप अपराधियों को जेल से छोड़ रहे हैं.