PATNA : केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अमित शाह आज बिहार दौरे पर हैं। अमित शाह विजयोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भोजपुर के जगदीशपुर जाएंगे। इसके बाद उन्हें सासाराम जाना है और फिर गया होते हुए वापस से दिल्ली लौटने का कार्यक्रम है लेकिन आज के बिहार दौरे के दौरान अमित शाह दो बार अपना संबोधन करेंगे। पहला संबोधन जगदीशपुर में होगा तो दूसरा सासाराम में, इन दोनों संबोधनों में अमित शाह किसी विवादित एजेंडे पर बोले तो बिहार में एनडीए को बड़ा झटका लग सकता है। दरअसल अमित शाह ने शुक्रवार को भोपाल में कॉमन सिविल कोड का मसला उठाया था। ऐसे में अगर साथ एक बार फिर बिहार में कॉमन सिविल कोड की बात करते हैं तो नीतीश कुमार को यह बात नागवार गुजर सकती है।
शुक्रवार को भोपाल दौरे पर गए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संकेत दिए थे कि देश में जल्द ही कॉमन सिविल कोड लागू हो सकता है। भोपाल में बीजेपी नेताओं की बैठक में उन्होंने कहा, सीएए, राममंदिर, आर्टिकल 370 और ट्रिपल तलाक जैसे मुद्दों के फैसले हो गए हैं। अब बारी कॉमन सिविल कोड की है। कॉमन सिविल कोड के मसले पर अमित शाह ने जो बातें कही हैं वह इस बात का संकेत है कि बीजेपी और केंद्र सरकार अब इस मसले पर आगे बढ़ने की तैयारी में है।
सियासी जानकार मानते हैं कि अमित शाह बिहार दौरे पर भी अगर इसकी चर्चा करते हैं तो नीतीश कुमार नाराज हो सकते हैं। नीतीश कुमार ने अमित शाह के दौरे के पहले ही एक तरफ आरजेडी से नजदीकियां बढ़ाई हैं। तेजस्वी यादव की इफ्तार पार्टी में वह शुक्रवार को शामिल हो चुके हैं और अगर कॉमन सिविल कोड की चर्चा अमित शाह ने की तो नीतीश कुमार तेजी के साथ आरजेडी की तरफ आगे बढ़ सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कॉमन सिविल कोड का समर्थन नीतीश कुमार नहीं करते हैं। जनता दल यूनाइटेड भले ही एनडीए में शामिल है लेकिन विवादों मुद्दों को लेकर उसकी राय अलग रही है। कॉमन सिविल कोड एक ऐसा मसला है जो नीतीश कुमार को बीजेपी से दूर जाने की मुफीद वजह दे सकता है।