PATNA : देश भर में आज करवा चौथ का त्यौहार मनाया जा रहा है. करवा चौथ व्रत में सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और रात्रि में चांद के दर्शनों के बाद ही व्रत तोड़ती हैं. करवा चौथ के दिन मां पार्वती, भगवान शिव, कार्तिकेय एवं गणेश सहित शिव परिवार का पूजन किया जाता है. मां पार्वती से सुहागिनें अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं. इस दिन करवे में जल भरकर कथा सुनी जाती है. महिलाएं सुबह सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक निर्जला व्रत रखती हैं और चंद्र दर्शन के बाद व्रत खोलती हैं.
इस बार आठ सालों के बाद विशेष संयोग बन रहा है. रोहिणी नक्षत्र और मंगल योग एक साथ आ रहा है. चन्द्रमा के साथ प्रिय पत्नी रोहिणी के साथ रहना अद्भूत योग का निर्माण कर रहा है. साथ ही रविवार का दिन काफी शुभ संयोग माना जा रहा है.
पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि
करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त आज शाम 5.43 से 6.59 तक रहेगा. इस दौरान भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान कार्तिकेय और भगवान गणेश की रोली, चंदन, अक्षत, पुष्प, नैवेद्य आदि से पूजा करें. साथ ही मिट्टी के करवे की पूजा करें. करवा चौथ व्रत की कथा पढ़ें या सुनें. रात में चंद्रमा उदय होते ही उसे अर्ध्य दें. फिर पति को तिलक लगाकर उनका चेहरा छलनी से देखें. इसके बाद पति के हाथ से पानी पीकर व्रत खोलें. पटना में आज चन्द्रमा के दिखने का समय 07 बजकर 42 मिनट है.
इन बातों का जरूर रखें ध्यान
सुहागगिनों को इस दिन कुछ बातों का ध्यान भी रखना चाहिए. सुहाग सामग्री चूड़ी, लहठी, बिंदी, सिंदूर आदि कचरा के डब्बे में नहीं फेंकाना चाहिए. इतना ही नहीं अगर चूड़ी पहनते समय टूट भी जाए तो उसे संभालकर पूजा स्थान पर रख दें. सबसे खास यह कि अपने मन में पति के अलावा किसी भी अन्य पुरुष का किसी भी तरह का कोई विचार न लाएं. साथ ही इस दिन किसी भी सुहागन को बुरा-भला कहने की गलती बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए.