PATNA : राजधानी पटना में अग्रणी होम्स प्राइवेट लिमिटेड पर प्रवर्तन निदेशायल(ED) का बड़ा एक्शन हुआ है। ईडी ने मेसर्स अग्रणी होम्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स अग्रणी होम्स रियल मार्केटिंग,अग्रणी होम्स रियल कंस्ट्रक्शन, अग्रणी होम्स रियल सर्विस, अग्रणी होम्स फार्मास्युटिकल, अग्रणी होम्स ई-कॉमर्स को नामजद किया गया है। इसके बाद अब मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, इस मामले में ईडी ने 10 को नामजद अभियुक्त बनाते हुए धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत पटना की विशेष अदालत में मुकदमा दर्ज किया है। ईडी ने यह मुकदमा कंपनी की अवैध संपत्ति स्थायी तौर पर जब्त करने और अभियुक्तों पर पीएमएलए के तहत मुकदमा चलाने के लिए दर्ज किया है। एफआईआर में मेसर्स अग्रणी होम्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स अग्रणी होम्स रियल मार्केटिंग, अग्रणी होम्स रियल कंस्ट्रक्शन, अग्रणी होम्स रियल सर्विस, अग्रणी होम्स फार्मास्युटिकल, अग्रणी होम्स ई-कॉमर्स को नामजद किया गया है।
बताया जा रहा है कि घर खरीदारों से जालसाजी और ठगी में पटना और दानापुर में दर्ज आपराधिक मुकदमे को आधार बनाते हुए ईडी ने पीएमएलए एक्ट के तहत ईसीआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू की थी। इस मामले में ईडी ने अग्रणी होम्स के निदेशक आलोक कुमार सिंह, निदेशक राणा रणवीर सिंह, मेसर्स इंडस वेंचर की मालिक विजया राजलक्ष्मी और अलका सिंह को भी नामजद किया है।
मालूम हो कि,इससे पहले अप्रैल के महीने में अग्रणी होम्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक आलोक सिंह के कई ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय का डंडा चल था। उसके खिलाफ कई मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जांच पड़ताल की गयी थी। आलोक के एक ठिकाना पटना के योगीपुर में भी अग्रणी होम्स के मालिक आलोक के आवास पर छापेमारी चली. जबकि, निदेशालय की एक और टीम ने दानापुर थाना इलाके के रंजन पथ पर लक्ष्य कुटीर अपार्टमेंट में भी छापेमारी की। जहां डायरेक्टर रणवीर सिंह का फ्लैट नंबर-1A है।
गौरतलब है कि अग्रणी होम्स पूरी तरह से रियल स्टेट का कारोबार करती है. कई अलग-अलग शहरों में यह कई प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। कई जगहों पर रियल स्टेट की कंपनी के खिलाफ अलग-अलग मामले चल रहे हैं। उसमें कई ग्राहकों ने यह भी आरोप लगाया कि इस ग्रुप ने रुपए लेकर फ्लैट नहीं दिया है। पटना के कई इलाकों के थाने में इसके खिलाफ मामला चल रहा है। इनमें शाहपुर थाना, रुपसपुर सहित पाटलिपुत्रा थाना में भी इसके खिलाफ कई मामले पहले से दर्ज हैं। इसके खिलाफ पुलिस ने पीएमएलए एक्ट के तहत कुछ दिनों पहले ही ईडी ने केस दर्ज किया और यह एक्शन लिया गया है।