Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव से पहले पड़ोसी राज्यों से वोटिंग के लिए मुफ्त ट्रेनें, वोटरों के लिए मिल रही है यह खास सुविधा Anant Singh Arrest : अनंत सिंह के अरेस्ट होने के बाद धानुक वोटरों की नाराजगी थमेगी? मोकामा-बाढ़ समेत कई सीटों पर दिख सकता असर; जानिए क्या है NDA का प्लान Bihar Weather: बिहार में इस दिन से पड़ेगी भीषण ठंड, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी Bihar Election 2025: चुनाव से पहले गोपालगंज में JDU-कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक झड़प, चाकूबाजी में एक युवक घायल बिहार चुनाव: पहले चरण का प्रचार थमा, नीतीश–मोदी बनाम तेजस्वी–राहुल की जंग अब दूसरे चरण में तेज, जानिए फर्स्ट फेज में किस नेता ने की कितनी सभाएं और क्या रहा मुद्दा Bihar News: बिहार में JDU नेता के भाई, पत्नी और बेटी की मौत; मचा कोहराम Asia University Rankings: भारत के ये संस्थान एशिया के टॉप-100 विश्वविद्यालयों में शामिल, शीर्ष पर यह यूनिवर्सिटी काबिज Bihar Election 2025: वोटिंग के दिन इन चीजों पर रहेगी छूट, आप भी ले सकते हैं लाभ; जानिए क्या है तरीका बिहार चुनाव 2025: अब मोबाइल से मिनटों में डाउनलोड करें अपना वोटर आईडी कार्ड, जानिए DigiLocker से पूरा प्रोसेस Bihar Election 2025: पहले चरण में 121 विधानसभा सीटों पर मतदान कल, इतने बूथों पर होगी वोटिंग; चुनाव आयोग ने किए पुख्ता इंतजाम
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 01 Sep 2023 12:58:23 PM IST
- फ़ोटो
DESK: भारत के पहले सोलर मिशन आदित्य-एल वन को कल यानी 2 सितंबर को लॉन्च किया जाएगा। श्रीहरिकोटा से भारतीय समयानुसार सुबह 11:50 बजे आदित्य-एल वन को लॉन्च किया जाएगा। आदित्य L1 का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने इसकी जानकारी दी है।
देश के पहले सोलर मिशन आदित्य-एल वन का काउंटडाउन शुरू होने से पहले इसरो के वैज्ञानिकों की टीम आदित्य-एल1 मिशन के मिनी मॉडल के साथ तिरुमाला श्री वेंकटेश्वर मंदिर पहुंची, जहां पूजा-अर्चना कर ईश्वर से इस मिशन की कामयाबी को लेकर प्रार्थना की। इससे पहले गुरुवार को इसरो चीफ एस सोमनाथ ने बताया था, ‘‘रॉकेट और सैटेलाइट तैयार हैं, हमने प्रक्षेपण के लिए अभ्यास पूरा कर लिया है."
बता दें कि सूर्य मिशन पहला भारतीय मिशन है, जो सूर्य के तापमान, ओजोन परत पर पड़ने वाले असर और पैराबैगनी किरणों का अध्ययन करेगा। यह सैटेलाइट लॉन्च के चार महीने बाद धरती से 15 लाख किलोमीटर दूर एक खास जगह लैंग्रेज प्वाइंट यानी L-1 पर पहुंचेगा। इस मिशन के जरिए मौसम पर पड़ने वाले प्रभाव और धरती पर सौर गतिविधियों के पड़ने वाले प्रभावों के बारे में जानकारी मिल सकेगी।