MUZAFFARPUR: छपरा से भाजपा के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी अब बिहार के मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. राजीव प्रताप रूडी ने पार्टी से अलग अपना अभियान छेड़ दिया है. एजेंडा 2025 मुहिम के जरिये वे बिहार के हर जिलों का दौरा कर रहे हैं. शनिवार को मुजफ्फरपुर में उनके एजेंडा 2025 मुहिम ने ये साफ कर दिया कि उनकी निगाहें कहां हैं।
बिहार का सीएम रूडी जैसा हो
वैसे तो राजीव प्रताप रूडी ने करीब दो महीने पहले अपना अभियान एजेंडा 2025 शुरू का एलान किया था. इसके तहत वे बिहार के हर जिले में जाकर लोगों को बताने वाले हैं कि 2025 के विधानसभा चुनाव में एजेंडा क्या होना चाहिये. रूडी कुछ जिलों का दौरा भी कर चुके हैं. अब उनका अपना एजेंडा क्लीयर होने वाला है. शनिवार को मुजफ्फपुर में अपने कार्यक्रम एजेंडा 2025 की मीटिंग करने पहुंचे राजीव प्रताप रूडी के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की. नारा था-बिहार का मुख्यमंत्री कैसा हो, राजीव प्रताप रूडी जैसा हो।
राजीव प्रताप रूडी ने अपने एजेंडा 2025 अभियान के तहत लोगों की मीटिंग को संबोधित किया. कहने को तो ये गैरराजनीतिक कार्यक्रम था लेकिन वहां मौजूद ज्यादातर लोग बीजेपी से ही जुड़े थे. छपरा के बीजेपी नेताओं की एक टीम पिछले कई दिनों से रूडी के इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लगी हुई थी. रूडी ने वहां जुटाये गये लोगों के बीच भाषण देते हुए भाजपा के बजाय अपना एजेंडा दिया. उन्होंने लोगों को समझाया कि 2025 के विधानसभा चुनाव में एजेंडा क्या होना चाहिये. रूडी बड़े विस्तार से लोगों को ये बता रहे थे कि कैसे छपरा लोकसभा क्षेत्र में उन्होंने क्रांतिकारी काम किया है।
हालांकि मीडिया ने जब रूडी से पूछा कि क्या वे बिहार के सीएम पद पर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं तो उन्होंने कैमरे के सामने इससे इंकार कर दिया. रूडी बोले-मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूं और हम सब का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास है. बिहार को संवारने का दायित्व हमारे जैसे कार्यकर्ता का है, हम अपना दायित्व निभा रहे हैं. रूडी ने कहा कि ये गैर राजनीतिक कार्यक्रम है. लेकिन मेरा ये मिशन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मिशन है. मेरी ये पीड़ा है कि पूरा भारत प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है लेकिन बिहार आगे नहीं बढ़ रहा है।
क्या फेल हो गयी भाजपा
सवाल ये है कि क्या बिहार में बीजेपी ये मान चुकी है कि अपने एजेंडे के बूते सत्ता परिवर्तन कराना संभव नहीं है. तभी पार्टी के सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता को सामानांतर एजेंडा और मुहिम चलानी पड़ रही है. बीजेपी के एक नेता ने बताया कि रूडी अपने कार्यक्रमों में पार्टी के ही नेताओं का उपयोग कर रहे हैं. कुछ जगहों पर वे दूसरी पार्टी के अपने व्यक्तिगत मित्रों का भी सहारा ले रहे हैं. कुछ दिनों पहले ही एक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का ऑडियो वायरल हुआ था।
जिसमें वे अपनी पार्टी के नेता को कह रहे थे कि रूडी जिंदाबाद के नारे लगा देना. लेकिन दूसरी पार्टी का इक्का-दुक्का आदमी ही रूडी के कार्यक्रमों में पहुंच रहा है. सारे लोग बीजेपी के ही होते हैं. बीजेपी के लोगों के बीच अपना एजेंडा रख कर रूडी पार्टी के अंदर ही दावेदारी पेश कर रहे हैं. वे भाजपा नेतृत्व को बताना चाह रहे हैं कि हम भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं. हालांकि भाजपा नेतृत्व फिलहाल बिहार को गंभीरता से नहीं ले रहा है. लिहाजा रूडी की मुहिम पर पार्टी खामोश है।