जल संसाधन विभाग के कार्यक्रम में बोले सीएम नीतीश-‘बिहार के खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला हक’

जल संसाधन विभाग के कार्यक्रम में बोले सीएम नीतीश-‘बिहार के खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला हक’

PATNA: कोरोना के भीषण संकट से जूझ रहे बिहार के लिए बाढ़ इस बार दोहरी मुसीबत बनकर आया है। बिहार की एक बड़ी आबादी बाढ़ से बेहाल है। जल संसाधन विभाग के कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार ने आपदा पीड़ितों को लेकर बड़ा बयान दिया है। सीएम ने कहा है कि राज्य के खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला हक है। उन्होंने कहा कि नेपाल की बारिश से बिहार के 16 जिले प्रभावित हैं। 

16 जिलों के 130 प्रखंड बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ पीड़ितों की तीन तरह से सहायता की जा रही है। उनकी हर समस्या का समाधान किया जा रहा है। बिहार के खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला हक है। सीएम ने कहा कि बिहार की 73 फीसदी आबादी बाढ़ से प्रभावित है। 76 फीसदी लोग अभी भी कृषि पर निर्भर हैं। 89 फीसदी आबादी गांवो में रहती है। 

उन्होनें कहा कि पहले सिंचाई परियोजनाएं अटकी रहती थी। हमलोगों को मौका मिला तो 15 वर्षों में 4  लाख 06 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता का सृजन किया गया।