Alia Bhatt: सोशल मीडिया पर क्यों हो रही आलिया भट्ट की फजीहत, अभिनेत्री ने कान्स डेब्यू भी किया कैंसिल? Trump mediation India Pakistan Ceasefire: ट्रंप की दोबारा मध्यस्थता की कोशिश: बोले- भारत-पाकिस्तान साथ डिनर करें, भारत ने सख्ती से खारिज किया Anita Anand: गीता की शपथ ले कनाडा की पहली हिंदू महिला विदेश मंत्री बनी अनीता आनंद, किया बेहतर दुनिया का वादा Bihar Khurma Traditional sweets: बिहार के भोजपुर का 'खुरमा' बना अंतरराष्ट्रीय स्वाद का प्रतीक, 80 साल पुरानी परंपरा आज भी कायम Bihar News: तेल टैंकर और ट्रेलर की भीषण टक्कर, दोनों वाहनों में लगी आग, ड्राइवर भी झुलसा Parenting Tips after exam result : अगर बच्चों के आये हैं कम मार्क्स ? इस तरह बढ़ाएं उसका आत्मविश्वास, Parenting में काम आएंगे ये Gold Tips! India-Pakistan Ceasefire: इधर पाकिस्तान ने टेके घुटने, उधर बौरा गया चीन, इस एक बात को पचा नहीं पा रहा ड्रैगन Bihar news: बिना फ्रैक्चर चढ़ा दिया प्लास्टर! बिहार के सरकारी अस्पताल की बड़ी लापरवाही आई सामने Bihar News: बारात में अवैध हथियार लहरा हीरो बनना पड़ा भारी, वीडियो वायरल होने पर अब होगी तगड़ी खातिरदारी Vigilance Report on corruption in Bihar: दागी अफसरों पर बड़ी कार्रवाई! अब नहीं मिलेगा प्रमोशन, सबसे ज्यादा फंसे इस विभाग के कर्मचारी
1st Bihar Published by: Updated Mon, 04 Jan 2021 07:20:00 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : कोरोना काल में पटना हाईकोर्ट के अंदर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई होती रही लेकिन अब 9 महीने बाद फिजिकल कोर्ट आज से शुरू हो रहा है। फिजिकल कोर्ट को लेकर वकीलों में उत्साह है और अब कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए हाईकोर्ट में आमने-सामने की सुनवाई देखने को मिलेगी।
पटना हाईकोर्ट में प्रवेश के लिए पास जारी किया गया है बगैर पास के किसी को भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। वकील और उनके मुंशी पास के जरिए ही प्रवेश कर पाएंगे जबकि किसी भी मुवक्किल को हाईकोर्ट में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी गई है। हर कोर्ट में 8 वकीलों की बैठने की व्यवस्था की गई है बाकी के वकील बाहर वेटिंग एरिया में बैठेंगे। पटना हाईकोर्ट परिसर में वकीलों के बैठने की व्यवस्था की गई है। हाईकोर्ट में हर जगह सैनिटाइजर का इंतजाम भी किया गया है। हाईकोर्ट खुलने के पहले रविवार को वकील संघ के साथ बातचीत में पूरी व्यवस्था बताई गई। लगभग 3 घंटे तक वकील संघों की समन्वय समिति ने फिजिकल कोर्ट की व्यवस्था को देकर अपनी सहमति देते हुए कई सुझाव भी दिए।
एडवोकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इस पूरी व्यवस्था का जायजा लिया और साथ ही वकीलों से भी अनुरोध किया कि वह फिजिकल कोर्ट को सफल बनाने में हर संभव मदद करें। फिलहाल 2 हफ्ते तक मौजूदा व्यवस्था को लागू किया गया है। 2 हफ्ते बाद नियमित रूप से कोर्ट चलाया जा सकता है। आमने सामने की सुनवाई के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा कोर्ट में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति के लिए मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है।