PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज लगभग ढेढ़ महीने बाद एक बार फिर से जनता दरबार लगाने जा रहे हैं। इससे पहले विधानसभा सत्र और सीएम का . समाधान यात्रा की शुरुआत के कारण जनता दरबार को स्थगित कर दिया गया था। अब आज फिर से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम में सीएम विभिन्न जिलों से अपनी समस्याओं को लेकर आने वाले फरियादियों की सुनवाई कर उसका समाधान करेंगे। सीएम का जनता दरबार महीने के पहले और दूसरे सोमवार को लगाया जाता है।
वहीं, मुख्यमंत्री के जनता दरबार में समस्याएं सुनने के लिए विभाग भी तय हैं। इसके तहत महीने का दूसरा सोमवार होने की वजह से स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग, कल्याण विभाग, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, वित्त विभाग श्रम संसाधन विभाग एवं सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित मामलों की सुनवाई होगी।
मालूम हो कि,सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार में केवल उन्हीं लोगों को आने की अनुमति होगी, जो कोविड का टीका ले लिया है और जिनका हाल के जांच में रिपोर्ट निगेटिव आया है। हालांकि, मास्क की अनिवार्यता को लेकर कोई दिशा-निर्देश नहीं दिया गया है। साथ ही जिन लोगों ने जनता दरबार में शामिल होने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया होगा, उन्हीं में से चुने गये लोगों को जिला प्रशासन पूरी जांच-पड़ताल के बाद मुख्यमंत्री तक लायेगा। सीएम नीतीश कुमार का यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के ठीक बगल में बनाये गये हॉल में होगा।
आपको बताते चलें कि, जनता दरबार में संबंधित विभाग के सभी मंत्री और बिहार सरकार के सभी आला अधिकारी इस मौके पर मौजूद रहेंगे। मंत्रिमंडल सचिवालय के संयुक्त सचिव सुमन कुमार की ओर से सभी जिलाधिकारी को जनता दरबार से संबंधित पत्र लिखा गया है और पत्र में साफ कहा गया है कोविड टीका धारी को ही जनता दरबार में आने की अनुमति होगी। इस पत्र के माध्यम से जनता दरबार को लेकर संबंधित विभाग को तैयारी करने का भी निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री 10 अप्रैल को जनता दरबार के बाद मुख्य सचिवालय के कैबिनेट हॉल में कैबिनेट की बैठक भी करेंगे।